पश्चिम बंगाल भर्ती घोटाले में सबूत नष्ट करने के सात तरीके : सीबीआई चार्जशीट में खुलासा
- Admin Admin
- Mar 17, 2025

कोलकाता, 17 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में भर्ती घोटाले की जांच के दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी चार्जशीट में आरोप लगाया है कि आरोपितों ने सबूत नष्ट करने के लिए सात विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल किया।
सीबीआई के अनुसार, प्राथमिक शिक्षक, एसएससी और अन्य सरकारी नौकरियों के लिए उम्मीदवारों से बड़ी मात्रा में धन एकत्र किया गया, जिसमें से करोड़ों रुपये सुजॉयकृष्ण भद्र के पास गए। सीबीआई ने अपनी जांच में पाया कि आरोपितों ने निम्नलिखित तरीकों से सबूत नष्ट करने का प्रयास किया :
1. डायरी जलाना : सुजॉयकृष्ण के एक सहयोगी ने स्वीकार किया कि उन्होंने उम्मीदवारों से प्राप्त धनराशि की जानकारी डायरी में लिखी थी, लेकिन सुजॉयकृष्ण के निर्देश पर उन्होंने उन डायरियों को जला दिया।
2. घूस के वीडियो मिटाना : एक गवाह ने बताया कि उन्होंने सुजॉयकृष्ण की उपस्थिति में एक सहयोगी को घूस देते समय वीडियो रिकॉर्ड किया था, लेकिन बाद में सुजॉयकृष्ण के कहने पर उन्होंने वह वीडियो मिटा दिया।
3. मोबाइल फोन नष्ट करना : एक अन्य गवाह ने बताया कि सुजॉयकृष्ण ने उनसे उनका फोन छीनकर उसे नाले में फेंक दिया, जिसमें घूस से संबंधित वीडियो थे। सुजॉयकृष्ण ने अपने दो मोबाइल फोन भी आदिगंगा नदी में फेंक दिए।
4. हार्ड डिस्क से डेटा मिटाना : एक गवाह ने बताया कि उन्होंने उम्मीदवारों की सूची अपने लैपटॉप में बनाई थी, लेकिन हार्ड डिस्क क्रैश होने के बाद उन्होंने उसे फॉर्मेट कर दिया, जिससे डेटा हमेशा के लिए मिट गया।
5. मोबाइल डेटा मिटाना : लिप्स एंड बाउंड्स कंपनी, जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की है, की एक महिला कर्मचारी ने बताया कि उन्हें अपने मोबाइल से सभी तस्वीरें और व्हाट्सएप चैट मिटाने के लिए कहा गया था, और इस संबंध में जानकारी लीक करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।
6. ईमेल अकाउंट बंद करना : सीबीआई ने पाया कि सुजॉयकृष्ण ने अपना ईमेल अकाउंट बंद कर दिया था, जिसमें भर्ती घोटाले से संबंधित जानकारी थी। अन्य आरोपितों ने भी अपने ईमेल मिटा दिए थे।
7. सीसीटीवी बंद करना : एक गवाह ने बताया कि जब भी कोई व्यक्ति सुजॉयकृष्ण से मिलने आता था, तो वह सीसीटीवी कैमरे बंद करवा देते थे, ताकि मुलाकात का कोई रिकॉर्ड न रहे।
सीबीआई ने इन सभी तथ्यों को अपनी चार्जशीट में शामिल किया है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि आरोपितों ने सबूत नष्ट करने के लिए संगठित प्रयास किए।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर