पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायकों को सदन दस्तावेज देने पर लगी रोक हटाई

कोलकाता, 13 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने गुरुवार को अपने उस आदेश को वापस ले लिया, जिसमें विधानसभा सचिव को भाजपा विधायकों को सदन की कार्यवाही से जुड़े दस्तावेज देने से रोकने के निर्देश दिए गए थे।

अध्यक्ष ने 11 मार्च को यह रोक इसलिए लगाई थी ताकि भाजपा विधायक सदन के अंदर इन दस्तावेजों को फाड़ न सकें। हालांकि, अब अध्यक्ष ने अपना फैसला बदलते हुए निर्देश दिया कि सोमवार से भाजपा विधायकों को फिर से दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे।

गौरतलब है कि विधानसभा का बजट सत्र 10 मार्च से शुरू हुआ है और 19 मार्च तक चलेगा। इस बीच, शुक्रवार को होली और दोलयात्रा के अवसर पर तथा शनिवार और रविवार को अवकाश रहेगा, जिसके कारण सदन की कार्यवाही नहीं होगी।

गुरुवार को सदन में विभिन्न विभागों के बजट आवंटन पर चर्चा के दौरान जलपाईगुड़ी जिले की डाबग्राम-फूलबाड़ी सीट से भाजपा विधायक शिखा चटर्जी ने सवाल उठाया कि जब तक विपक्षी विधायकों को सदन की कार्यवाही से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जाएंगे, तब तक वे चर्चा में भाग कैसे लेंगे। उन्होंने कहा कि बिना दस्तावेजों के विपक्षी विधायक बहस में भाग नहीं ले सकते। उनके इस तर्क को अध्यक्ष ने स्वीकार किया और फिर से दस्तावेज वितरित करने का निर्देश दिया।

इसी दिन सदन में एक और विवाद उस समय हुआ जब भाजपा विधायकों ने तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर द्वारा नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ बुधवार को की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी पर चर्चा की मांग की, लेकिन अध्यक्ष ने इसे खारिज कर दिया। इसके विरोध में भाजपा विधायकों ने पार्टी के मुख्य सचेतक शंकर घोष के नेतृत्व में सदन से वाकआउट किया और विधानसभा गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। घोष ने कहा कि हुमायूं कबीर को नेता प्रतिपक्ष से माफी मांगनी चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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