बहादुर महिला कांस्टेबल ने तस्करों को खदेड़ा, गोली चलने की आवाज सुनकर भागे घुसपैठिए

मालदा, 29 जनवरी (हि.स.)। भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक बहादुर महिला कांस्टेबल ने अपनी सतर्कता और साहस का परिचय देते हुए तस्करों के नापाक इरादों को नाकाम कर दिया। यह घटना बुधवार तड़के मालदा जिले में अराधपुर की 88वीं वाहिनी के तहत सीमा चौकी कुटाडाह में हुई।

सुबह करीब पांच बजे ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने देखा कि करीब छह संदिग्ध बांग्लादेशी तस्कर धारदार हथियारों से लैस होकर तारबंदी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। महिला कांस्टेबल ने तुरंत अपने साथियों को सतर्क किया और तस्करों को चेतावनी दी, लेकिन वे बेखौफ आगे बढ़ते रहे।

तस्करों को अपनी हरकतों से बाज न आते देख महिला कांस्टेबल ने बिना डरे उनका सामना किया और दूसरी बार चेतावनी दी। लेकिन तस्करों ने तारबंदी को पार करने का प्रयास जारी रखा। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, महिला कांस्टेबल ने अपने हथियार से एक राउंड फायर किया। गोली चलने की आवाज सुनकर तस्कर घबरा गए और घने कोहरे व अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले।

घटना के बाद इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई। इस दौरान किसी तस्कर के घायल होने से इनकार नहीं किया जा सकता।

बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के जवान देश की रक्षा के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। उन्होंने महिला कांस्टेबल की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि उनका समर्पण, कार्यकुशलता और साहस किसी से कम नहीं है। बीएसएफ देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह सक्षम है और किसी भी आपराधिक गतिविधि को सफल नहीं होने देगा।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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