महारानी बनारस महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने एनीमिया से बचाव का गुर जाना

वाराणसी, 16 अक्टूबर (हि.स.)। रामनगर स्थित महारानी बनारस महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने बुधवार को एनीमिया के कारण, लक्षण और घरेलू प्रबंधन का गुर सीखा। स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व को भी छात्राओं को बताया गया। ओपीडी 104, इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस), बीएचयू के किशोर केंद्र ने ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड, नई दिल्ली और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से महिला महाविद्यालय में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।

कार्यक्रम में नोडल अधिकारी प्रो. संगीता राय के मार्गदर्शन में छात्राओं को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गई। जिसमें एनीमिया प्रबंधन, संतुलित आहार, मासिक धर्म स्वच्छता और ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) वैक्सीन आदि की महत्वपूर्ण जानकारी रही। आईएमएस-बीएचयू के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रो. ममता ने मासिक धर्म स्वच्छता और एचपीवी वैक्सीन के महत्व पर खास तौर पर चर्चा की। उन्होंने एचपीवी के कारणों, लक्षणों और रोकथाम पर प्रकाश डाला और किशोरियों को वायरस से बचाने के लिए टीकाकरण की आवश्यकता पर जोर दिया।

काउंसलर नवीन पांडेय ने संतुलित आहार और उचित पोषण के महत्व पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जिसमें विशेष रूप से एनीमिया पर ध्यान केंद्रित किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य सरोज उपाध्याय,साथिया केंद्र के इंटर्न्स, रोहित, अंशिका और निकिता ने भी छात्राओं से संवाद किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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