कजाखस्तान में 8 सितंबर से शुरू होंगे विश्व घुमंतू खेल

नई दिल्ली, 1 अगस्त (हि.स.)। कजाखस्तान 8 और 13 सितंबर को पांचवें विश्व घुमंतू खेलों की मेजबानी करेगा, जो मध्य एशिया के खानाबदोश लोगों की परंपराओं में निहित जातीय खेलों को प्रदर्शित करने वाला एक अनूठा अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन है।

भारत में कजाखस्तान के दूतावास के एक बयान के अनुसार, यह आयोजन जातीय-खेलों और जातीय-सांस्कृतिक आंदोलन को बढ़ावा देगा, उन्हें मानव सभ्यता के एक प्रमुख हिस्से के रूप में मनाएगा। लगभग 100 देशों के लगभग 2,500 प्रतिभागियों के खेलों में भाग लेने की उम्मीद है। इस आयोजन में 100,000 से अधिक घरेलू और विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद है।

कजाखस्तान के पर्यटन और खेल मंत्रालय, यूनेस्को, तुर्किक राज्यों के संगठन और अन्य संगठनों द्वारा आयोजित खेल, कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में द गैदरिंग ऑफ द ग्रेट स्टेप के आदर्श वाक्य के तहत होंगे। प्रमुख खेल स्थलों पर 21 खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें घुड़दौड़, राष्ट्रीय कुश्ती शैलियाँ, पारंपरिक बौद्धिक खेल, मार्शल आर्ट प्रतियोगिताएँ, पारंपरिक तीरंदाजी और लोक खेल शामिल हैं, जिनमें कुल 97 पदक प्रदान किए जाएँगे।

भारत में कजाखस्तान के दूतावास की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कजाखस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव के हवाले से कहा गया, कजाखस्तान में होने वाले विश्व घुमंतू खेल एक प्रमुख आयोजन होंगे। ये राष्ट्रीय खेलों और स्वस्थ जीवनशैली को लोकप्रिय बनाने तथा महान स्टेपी की खानाबदोश सभ्यता के उत्तराधिकारियों - भ्रातृ-जनों के बीच सांस्कृतिक और मानवीय संबंधों के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण हैं।

विश्व घुमंतू खेलों की स्थापना दुनिया भर के खानाबदोश लोगों के पारंपरिक खेलों और सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाने के लिए की गई थी। उद्घाटन खेल 2014 में किर्गिज़ गणराज्य के चोलपोन-अता में आयोजित किए गए थे और तब से ये एक प्रमुख द्विवार्षिक आयोजन बन गए हैं। 2016 और 2018 में किर्गिज़ गणराज्य द्वारा और 2022 में तुर्किये द्वारा भी खेलों की मेजबानी की गई थी।

प्रत्येक संस्करण में भागीदारी और मान्यता में वृद्धि देखी गई है, जो खानाबदोश संस्कृतियों की वैश्विक अपील को उजागर करती है। कजाखस्तान, खानाबदोश परंपराओं के साथ देश के ऐतिहासिक संबंधों के साथ-साथ एक्सपो 2017 जैसे अन्य प्रमुख आयोजनों की मेजबानी के अनुभव को देखते हुए इन खेलों की मेजबानी के लिए उपयुक्त स्थिति में है।

पांचवें विश्व खानाबदोश खेलों की मेजबानी करके, कजाखस्तान का उद्देश्य खानाबदोश लोगों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाना और उसे संरक्षित करना, अपनी सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देना और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करना है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

   

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