आमजन की बात कर पूंजीवादी व्यवस्था कुरीतियों पर निराला करते थे प्रहार - दीक्षित

उन्नाव, 15 अक्टूबर (हि.स.)। महाप्राण निराला की 62वीं पुण्य तिथि पर मंगलवार को उनके पैतृक गांव गढ़ाकोला में भारतखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा निराला शोध पीठ का शुभारम्भ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने किया। लगभग 15 करोड़ की लागत से निराला स्मृति व पुस्तकालय भवन में तैयार हुआ है।

इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा निराला अपने कृतित्व, व्यक्तित्व व अपने साहित्य सृजन के बलबूते समाज के हर वर्ग में सदैव प्रासंगिक ही नहीं अमर रहेंगे।

उन्होंने कहा कि निराला ऐसे कालजयी रचनाकार थे, जिन्होंने अपने साहित्य में आमजन की बात की और तत्कालीन पूंजीवादी व्यवस्था कुरीतियों पर प्रहार तो किया ही समाज के सबसे निचले तबके लोगों के लिए साहित्य के माध्यम से आवाज मुखर ही नहीं की वरन उनके लिए संघर्ष भी किया और अभावों में जीते हुए भी ऐसे लोगों के लिए सबकुछ करने को सदैव सक्रिय रहे।

उन्होंने कहा निराला के लेखन में भारतीय दर्शन व संस्कृति का समावेश मिलता है जो शैली व क्रीवस के साहित्य से मेल खाता है। भवन के स्वामित्व की जिम्मेदारी निर्वहन करने वाले भारतखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर माण्डवी ने कहा कि सरकार व संस्कृति विभाग के निर्देश पर विश्वविद्यालय ने आज यहां पर निराला शोध पीठ की शुरुआत की है। हम सबका यह प्रयास होगा कि यहां पर आने वाले समय में अध्ययन व अध्यापन करने वालों के साथ ही शोधकर्ताओं को सम्पूर्ण लाभ मिल सके तथा उनकी जरूरत के अनुसार सारा साहित्य उपलब्ध हो सके।

संस्कृति विभाग के विशेष सचिव रवींद्र कुमार ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष को जोड़ते हुए कहा कि महाप्राण निराला के गांव में महाकवि की स्मृति में इस भवन का सपना जिस व्यक्तित्व ने देखा, ऐसे महान चिंतक विचारक लेखक जिन्होंने इस क्षेत्र का ही नहीं प्रतिनिधित्व किया वरन उन्होंने अपनी लेखनी से आज भी देश को दिशा देने का कार्य कर रहे हैं। साहित्य को ही नहीं सम्पूर्ण भारतीय साहित्य,संगीत,संस्कृति व भारतीय विरासत से सम्बद्ध सारा साहित्य यहां उपलब्ध हो सके, इसका प्रयास सरकार व विश्वविद्यालय करने के लिए संकल्पित है। यह सब पूर्व विधानसभा अध्यक्ष की लगन का प्रतिफल और सपना है, जो धीरे धीरे मूर्त रूप ले रहा।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के बच्चों ने निराला की सरस्वती वंदना वर दे वीणा वादिनी, मेरे प्राणों में आओ,कौन तम के पार कविताओं का संगीतमय गायन व राम की शक्ति पूजा कविता पर आधारित नाटिका का मंचन किया। कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी लखनऊ की उद्घोषिका नंदिनी मिश्रा व आभार विश्वविद्यालय की कुलसचिव श्रष्टि धवन ने किया। इस अवसर पर सीडीओ प्रेम प्रकाश मीना एसडीएम रणवीर सिंह,डीपीआरओ व स्थानीय व कार्यदाई संस्था के अधिकारी मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अरुण कुमार दीक्षित

   

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