दिव्यांग पति को पीठ पर लादने के प्रकरण में डॉक्टर समेत तीन पर कार्रवाई

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर हुई कार्रवाई

डॉक्टर को सीएमओ कार्यालय से हटाकर सीएचसी भेजा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निलंबित

लखनऊ, 6 मार्च (हि.स.)। रायबरेली में व्हील चेयर न मिलने पर दिव्यांग पति को पत्नी द्वारा पीठ पर लादकर सीएमओ कार्यालय पहुंचने के प्रकरण को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लेते हुए एक चिकित्सक समेत दो कर्मचारियों पर कार्रवाई की संस्तुति की है।

बीते दिनों एक महिला अपने दिव्यांग पति का प्रमाण पत्र बनाने के लिए सीएमओ कार्यालय पहुंची थी। आरोप है कि सीएमओ कार्यालय में दिव्यांग पति को व्हील चेयर नहीं मिला। नतीजतन पत्नी ने दिव्यांग पति को पीठ पर लाद लिया। दिव्यांग बोर्ड के समक्ष पेश हुई। इस मार्मिक घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ।

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपर निदेशक से रायबरेली सीएमओ डॉ. नवीन चन्द्रा को इस घटना के बारे में तीन दिन में प्रकरण की जांच के आदेश दिए। सीएमओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की। कमेटी की जांच में लापरवाही उजागर हुई।

जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर डिप्टी सीएम ने उप मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला दिव्यांग बोर्ड के नोडल अधिकारी डॉ. अम्बिका प्रकाश को मुख्यालय से हटा दिया गया है। उन्हें जतुआटप्पा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनाती दी गई है। डाटा इंट्री ऑपरेटर अनुकांत आनंद को यूडीआईडी कार्य से हटा दिया गया है। जांच कमेटी ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अनिल कुमार को निलंबित करने की सिफारिश की। कमेटी की सिफारिश पर अनिल कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें बेलाभेला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध किया गया है।

ब्रजेश पाठक ने कहा कि दिव्यांग बोर्ड में सभी आवश्यक संसाधन जुटाए जाएं, ताकि दिव्यांगजनों को असुविधा से बचाया जा सके। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाह डॉक्टर या कर्मचारियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

   

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