धमतरी, 2 दिसंबर (हि.स.)। धमतरी जिले में इन दिनों धान कटाई और मिंजाई का कार्य तेज़ी पर है। खेत-खलिहानों में सुबह से देर शाम तक मशीनों की आवाज़ और किसानों की हलचल दिखाई दे रही है। लगभग 70 प्रतिशत किसानों की कटाई पूर्ण हो चुकी है, वहीं शेष किसान तेजी से अपने खेतों में कटाई-मिजाई में जुटे हुए हैं। मजदूरों की कमी के चलते अधिकांश किसानों ने हार्वेस्टर और थ्रेसर मशीनों का उपयोग कर कार्य की गति बढ़ा दी है, जिससे कटाई का काम पहले की तुलना में अधिक तेजी से संपन्न हो रहा है।
कई गांवों में देरी से बुवाई करने वाले किसान अब कटाई-मंजरी के काम में व्यस्त हैं। जहां कुछ स्थानों पर थ्रेसर से धान की मिजाई की जा रही है, वहीं ज्यादातर किसान हार्वेस्टर का सहारा लेकर सीधे कटाई कार्य कर रहे हैं। धमतरी जिले के चारों विकासखंडों में धान कटाई अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। अनुमान है कि आगामी पखवाड़े के भीतर पूरे क्षेत्र में कटाई पूरी हो जाएगी। इस बीच समर्थन मूल्य पर धान खरीद केंद्रों में किसानों की आवाजाही भी बढ़ने लगी है। कटाई पूर्ण होते ही किसान अपना धान बेचने के लिए खरीद केंद्रों का रुख कर रहे हैं। जंवरगांव के किसान दौलत राम साहू, देमार के दिनेश कुमार साहू बताते हैं कि इस वर्ष मौसम में बार-बार आए उतार-चढ़ाव ने फसल पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। कभी अनियमित बारिश तो कभी तापमान में अचानक गिरावट के कारण धान की बढ़वार प्रभावित हुई, जिससे उत्पादन में आंशिक कमी देखने को मिल रही है। इसके बावजूद किसान अपनी उपज को सुरक्षित रखने और समय पर खरीदी केंद्रों तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं। खेतों में तेजी से कटाई-मिजाई होने से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में खरीदी केंद्रों पर आवक और बढ़ेगी। कृषि कार्यों की इस व्यस्तता के बीच पूरे अंचल का ग्रामीण परिवेश एक बार फिर से फसल कटाई के पारंपरिक माहौल में रंगा हुआ है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा



