बद्रीनाथ मास्टर प्लान:  नाप भूमि को ग्रीन जोन से बाहर रखने की मांग 

उपजिलाधिकारी ज्योतिर्मठ

बद्रीनाथ /ज्योतिर्मठ, 04 नवंबर(हि.स.)। बामणी-बद्रीनाथ के मूल निवासियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर श्री बद्रीनाथ धाम में नव निर्मित हाईवे से लगी नाप भूमि को ग्रीन जोन से मुक्त करने की मांग की है।

सोमवार को एसडीएम के माध्यम से भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि बद्रीनाथ के विकास एवं प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट बद्रीनाथ मास्टर प्लान के लिए बद्रीनाथ-बामणी के मूल/पुश्तेनी निवासियों ने बिना किसी आपत्ति के अपनी नाप भूमि की रजिस्ट्री सम्बंधित विभाग के नाम कराई और अब यहाँ के मूल निवासियों के पास अपनी आजीविका चलाने के लिए बहुत कम भूमि बची है।

ज्ञापन में कहा है कि अब उस बची हुई भूमि को भी ग्रीन जोन मे रखते हुए वहाँ निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिसके कारण बामणी-बद्रीनाथ के मूल निवासी स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं और अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित है।

ज्ञापन मे मूल निवासियों की पुश्तैनी भूमि को ग्रीन जोन की परिधि से बाहर करने की मांग करते हुए कहा है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो बामणी-बद्रीनाथ के मूल निवासी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

ज्ञापन देने वालों मे मूल निवास संघर्ष समिति बामणी/बद्रीनाथ के अध्यक्ष जयदीप मेहता, रजनीश मेहता, गौरव चौधरी, अजय शर्मा, मंजीत मेहता, खीम सिंह, कृष्णा भट्ट, अंकित बहुगुणा, व जितेंद्र मेहता आदि प्रमुख थे।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रकाश कपरुवाण

   

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