बागेश्वर, 07 नवंबर (हि.स.)। तहसील गरुड़ के अंतर्गत धनतेरस की रात रणकुड़ी गांव में आग से झुलसे ग्यारह ग्रामीणों में से चार ग्रामीणों की उपचार के दौरान देर रात्रि ऋषिकेश एम्स व इंद्रेश हॉस्पिटल देहरादून में मौत हो गई है। मौत की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मृतकों में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हुई है। शोकाकुल ग्रामीण इस घटना के मंजर को याद कर आज भी दहशत में हैं।
राजस्व पुलिस क्षेत्र नौगांव के अंतर्गत ग्राम रणकुड़ी में धनतेरस की शाम नशे में धुत आरोपी कुंदन नाथ ने नारायण गिरी के घर में गैस सिलिंडर का रेगुलेटर खोलकर आग लगा दी थी, जिसमे ग्यारह लोग आग से झुलसकर घायल हो गए थे। एक घायल को सीएचसी बैजनाथ में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी थी। अन्य घायलों को जिला अस्पताल बागेश्वर और फिर सुशीला तिवारी हल्दवानी रेफर कर दिया गया था। उसके बाद चार घायलों को गंभीरावस्था में ऋषिकेश एम्स रेफर व पांच घायलों को इंद्रेश हॉस्पिटल देहरादून रेफर किया गया। उपचार के दौरान भगवती देवी पत्नी मदन नाथ उम्र 65 वर्ष ने ऋषिकेश एम्स व जीवन गिरी पुत्र नारायण गिरी उम्र 22 वर्ष, विनोद गिरी पुत्र नारायण गिरी उम्र 21 वर्ष, मुन्नी देवी पत्नी नारायण गिरी उम्र 42 वर्ष ने बुधवार की देर रात्रि इंद्रेश हॉस्पिटल देहरादून में दम तोड़ दिया। घायलों की मौत की खबर सुनते ही गांव में कोहराम मच गया। स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। राजस्व उप निरीक्षक कुंदन मेहता ने भी ग्रामीणों के मौत की पुष्टि की। ग्रामीणों ने बताया कि अन्य घायलों की हालत भी गंभीर बनी हुई है।रनकुडी घटना की गंभीरता को देखते हुए उपजिलाधिकारी के पत्र पर जिलाधिकारी आशीष भटगाई ने राजस्व पुलिस से हटाकर जांच रेगुलर पुलिस को सौप दी है।
हिन्दुस्थान समाचार / कवि काण्डपाल