अज्ञानी और अहंकारी व्यक्ति कभी भी अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकता : डॉ. जगदीश प्रसाद कोठारी

मुरादाबाद, 27 सितम्बर (हि.स.)। मधुरग्रीन विला रामगंगा विहार में पर चल रही श्रीमद्‌भागवत कथा के पांचवें दिन शुक्रवार को ज्योतिषाचार्य डॉ. आचार्य जगदीश प्रसाद कोठारी ने कहा कि भगवान सर्वप्रथम अपने भक्त के अज्ञान को दूर करते हैं, फिर वह उसका अहंकार समाप्त कराते हैं। उन्होंने कहा कि अज्ञानी और अहंकारी व्यक्ति कभी भी अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकता हैं। अज्ञान और अहंकार का त्याग करने के बाद परमपिता परमात्मा के दर्शन मन की आंखों से साक्षात होते हैं।

डॉ आचार्य जगदीश प्रसाद कोठारी ने कृष्ण जन्म के बाद भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन सुनाया। जिसमें पूतना वध की कथा विशेष श्रवण योग्य रही। इस मौके पर अनिल भगत, पुनीता अग्रवाल, नीरज बंसल, राकेश खन्ना, संदीप रस्तोगी, राजीव शर्मा, संजय अग्रवाल, अरविन्द गुप्ता, पीयूष अग्रवाल, अभिनव रस्तोगी, कृष्ण कपूर, जय प्रकाश, महेश अग्रवाल, शरद अग्रवाल, डा. तरुण अग्रवाल, सुदेश अग्रवाल, अरविन्द सिंघल, एक मल्होत्रा, राजीव रस्तोगी, हेमा रस्तोगी आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जयसवाल

   

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