कला को सकारात्मक जीवन जीने का बनाये मुख्य आधार : सरिता लखोटिया

कानपुर, 08 दिसम्बर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में कल्याणपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ क्रिएटिव एंड परफॉर्मिंग आर्ट्स में आज वाराणसी की स्वतंत्र चित्रकार सरिता लखोटिया का कला एवं जीवन दृष्टि विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। यह जानकारी सोमवार को कार्यक्रम के संयोजक डॉ. रणधीर सिंह ने दी।

मुख्य वक्ता सरिता लखोटिया ने बताया कि एक ओर कला को सकारात्मक जीवन जीने का मुख्य आधार बनाया, वहीं दूसरी ओर दुनिया के प्रमुख कला केंद्रों जैसे अजंता, एलोरा, हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, लूव्र म्यूज़ियम, फ्लोरेंस, वेनिस, रोम, एथेंस जर्मनी, मिस्र, जापान आदि का भ्रमण कर कला ज्ञानवर्धन अर्जित की। इसके साथ ही कला के गहनम सार को समझने का प्रयास किया। अपनी पूरी कला यात्रा वृतांत पीपीटी वीडियो के माध्यम से सभी को रूबरू कराई।

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय इनोवेशन की डीन डॉ. शिल्पा कायस्थ ने विद्यार्थियों को कला क्षेत्र में नवीन प्रोजेक्ट व डिज़ाइन को बढ़ावा देने के लिए कई विचारों को साझा किया।

अतिथियों का स्वागत करते हुए ललित कला संस्थान के निदेशक डॉ. मिठाई लाल ने कहा कि कला मानवीय जीवन में सुंदरता,मधुरता, सहजता, खुशियां व आनंद की अनुभूतियां देती है, जिससे हर व्यक्ति सहज व आनन्दमय हो जाता है

सहायक प्रोफेसर डॉ. मंतोष यादव ने सरिता लखोटिया को धन्यवाद देते हुए कहा कि आप सरिता कि तरह निरंतर कला क्षेत्र में प्रवाह करती आ रही हैं। आपकी कला साधना व लगन आपके चित्रों में परिलक्षित है, इनके साथ ही विशिष्ट अतिथि डॉ. शिल्पा कायस्थ ने विशेष आभार जताया।

इस मौके पर डॉ. राज कुमार सिंह, जे. बी यादव, विनय सिंह, डॉ. बप्पा माजी, तनीषा बधावन, प्रिया मिश्रा, प्रियांशी आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद

   

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