केदारघाटी के उत्पादों को केदार ब्रांड बनाकर देश-विदेश में प्रमोट करेगी सरकार: धामी

रविवार को रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में  लखपति दीदी अभियान-शक्ति सम्मान कार्यक्रम ।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करते।

-सुमाड़ी को बनाया जाएगा नगर पंचायत

देहरादून, 6 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारघाटी की धार्मिक पहचान के साथ राज्य सरकार घाटी को नई पहचान दिलाने के लिए संकल्पित होकर कार्य करेगी। इसी के तहत केदारघाटी के स्थानीय उत्पादों को देश-विदेश में केदार ब्रांड बनाकर तैयार कर उसका विपणन किया जाएगा। यह मातृशक्ति की आजीविका सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, वहीं घाटी के होम स्टे से लेकर अन्य सुविधाओं को भी इसके अंतर्गत पहचान दी जाएगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान पर लखपति दीदी अभियान-शक्ति सम्मान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की दिवंगत विधायक शैला रानी रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके निधन पर मैंने इस विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी बतौर उनका प्रतिनिधि लेने का आश्वासन दिया था। इसी क्रम में लगातार क्षेत्र के विकास के लिए शासन-प्रशासन सहित वरिष्ठ मंत्री इसमें लगे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि बीते दिनों केदारघाटी में 31 जुलाई को अतिवृष्टि के चलते भारी नुकसान हुआ, सड़कें और पैदल मार्ग तक बंद हो गए थे। यात्रा मार्ग पर फंसे विभिन्न स्थानों से करीब 15 हजार लोगों को रिकॉर्ड समय में मैनुअली और हैली से रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया। इसके अलावा 15 दिनों में पैदल मार्ग को सुचारू कर एक महीने के भीतर ही यात्रा को पूर्व जैसा स्वरूप में वापस लाया गया। उन्होंने स्थानीय जनता और केदार घाटी के लोगों को इस पूरे रेस्क्यू अभियान से लेकर यात्रा को दोबारा शुरू करवाने में सहयाेग के लिए धन्यवाद दिया।

रुद्रप्रयाग जनपद में 4000 से अधिक महिलाएं बनीं लखपति दीदी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को नई पहचान दिलाने के लिए मातृशक्ति बड़ी अहम भूमिका निभा रही है। पूरे प्रदेश के अंदर सैकड़ों की संख्या में महिला स्वयं सहायता समूहों में जुड़ी हजारों महिलाएं वर्ड क्लास उत्पाद तैयार कर अपने समूह और राज्य को नई पहचान दिला रही हैं। लगातार उनकी आजीविका में सुधार हो रहा है। वहीं प्रदेश सरकार ने हाउस ऑफ हिमालयाज कम्पनी का गठन कर प्रदेश के उत्पादों की नई सिरे से ब्रांडिंग कर मातृशक्ति को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। इन्हीं महिला समूहों की ओर से 110 आउटलेट चारधाम यात्रा मार्गों पर खोले गए हैं, जिनसे उनकी आजीविका सुदृढ़ हो रही है। रुद्रप्रयाग जनपद में 4000 से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बनने में सफल रही हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

जल्द सख्त भू-कानून लागू होगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश और प्रदेशवासियों के हित में जल्द सख्त भू-कानून लागू होने जा रहा है। जिन लोगों ने अवैध रूप से जमीनों की खरीद फरोख्त की है उनसे जमीन वापस लेकर सरकारी भूमि में निहित की जाएगी। वहीं देश में सर्वप्रथम समान नागरिकता संहिता लागू करने वाला पहला प्रदेश भी उत्तराखण्ड बनने जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि केदारनाथ धाम एक था, एक है और एक ही रहेगा, देश में किसी भी स्थान पर उत्तराखंड के चार धामों के प्रयोग कर कोई मंदिर नही बनने दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने 195 करोड़ 75 लाख की 141 योजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जनपद को 25 घोषणाओं की सौगात दी। इसमें त्रियुगीनारायण-तोषी गरुड़चट्टी मार्ग स्वीकृत है। सुमाड़ी को नगर पंचायत बनाया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 30 करोड़ 85 लाख 68 हजार की 49 योजनाओं का लोकार्पण और 164 करोड़ 89 लाख 48 हजार की 92 योजनाओं का शिलान्यास किया।

इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य महेंद्र भट्ट, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, राज्यमंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, विधायक शक्ति लाल शाह, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा आशा नौटियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, प्रदेश महामंत्री भाजपा आदित्य कोठरी, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय,आईजी करन नगन्याल के अलावा जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी सहित तमाम अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार

   

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