देश भर के 5500 कलाकारों के साथ गणतंत्र दिवस पर शामिल रहे संगीत सदन के कलाकार,गिनीज बुक रिकार्ड में दर्ज हुआ नृत्य

मंडी, 02 फ़रवरी (हि.स.)। संगीत सदन मंडी के 30 कलाकारों ने देश भर के उन 5500 कलाकारों के साथ दिल्ली में हुए गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया जिन्होंने एक साथ भारत की संस्कृति से ओत प्रोत नृत्य करते हुए अपना नाम गिन्नीज बुक आफ रिकार्ड में दर्ज करवाया है। संगीत सदन के ये 30 कलाकार जिनमें 15 लड़के व 15 लड़कियां शामिल रही। सदन की संगीत निदेशिका ईशा डोगरा की देख रेख में 26 दिसंबर को दिल्ली के लिए रवाना हुए थे और एक महीने तक कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद बीते दिन ही मंडी लौटे हैं।

हिमाचल प्रदेश के विभिन्न उपक्रमों से 185 कलाकार इसमें शामिल हुए जिसमें संगीत सदन के सबसे अधिक 30 कलाकार थे। संगीत सदन के संचालक उमेश भारद्वाज ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लगातार दूसरे साल संगीत नाट्य अकादमी ने उनकी संस्था को यह मौका दिया है। इस आयोजन में केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय, उत्तर व मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के सहयोग से हुआ है। बीते साल 10 कलाकार इसमें शामिल हुए थे। देश भर से आए कलाकारों ने इस साल के थीम ,जयति जय मम भारतम्, पर शंकर महादेवन द्वारा लिखे गए गीत पर सामूहिक नृत्य तो किया ही, साथ में अपने अपने क्षेत्र के 54 नृत्य भी पेश किए। संगीत सदन ने हिमाचली नाटी का प्रस्तुतीकरण किया। इस दल को प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के समक्ष भी अपनी प्रस्तुति जो बेहद सराहनीय रही। 23 जनवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल व 24 को गिनीज बुक रिकार्ड के लिए हुए सामूहिक नृत्य में भी भाग लिया। इसी बीच रविवार को इन सभी कलाकारों ने मीडिया के सामने अपने अनुभव साझा किए तथा इसे अभूतपूर्व बताया।

संगीत सदन की ओर से रविवार को बसंत पंचमी के उपलक्ष में गीत संगीत कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया जिसका आगाज ज्योति प्रज्वलित करके किया गया। कलाकारों ने इस मौके पर सरस्वती वंदना प्रस्तुति दी जबकि श्रेया बग्गा ने कत्थक तराना प्रस्तुत करके खूब तालियां बटोरी। सदन के प्रशिक्षुओं ने बसंत के गीत, नवीं नवीं पत आई नवें आए फूल गाकर तथा लग्न तुमसे लगा बैठे व सांसो की माला भजन गाकर माहौल को पूरी तरह से बसंत के रंग में रंग दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

   

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