अमृतसर में फिर सक्रिय हुआ भिखारी माफिया:प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठे गंभीर सवाल; बच्चों के शोषण पर जताई चिंता
- Admin Admin
- Dec 14, 2025
गुरु नगरी अमृतसर में भिखारी माफिया एक बार फिर सक्रिय होता नजर आ रहा है। कुछ समय पहले इस गंभीर सामाजिक समस्या को लेकर आवाज उठाने वाले इंजीनियर पवनदीप शर्मा ने एक बार फिर प्रशासन और सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है। पहले भी उनके प्रयासों से इस मुद्दे पर समाज, मीडिया और सरकार की सक्रियता देखने को मिली थी, लेकिन कुछ महीनों बाद हालात फिर से पुराने जैसे बनते दिखाई दे रहे हैं। आज सुबह लॉरेंस रोड, जिसे भाई वीर सिंह मार्ग के नाम से भी जाना जाता है, के नॉवेल्टी चौक पर वही तस्वीरें दोबारा देखने को मिलीं। इंजीनियर पवनदीप शर्मा ने मौके पर पहुंचकर देखा कि भिखारी माफिया ने अपना तरीका बदलते हुए गुब्बारे और अस्थायी स्टॉल लगाकर फिर से सक्रियता शुरू कर दी है। सबसे चिंताजनक स्थिति बच्चों की रही, जिन्हें लगभग नग्न अवस्था में रखा गया था और वे खुले में शौच जैसी गतिविधियां करते नजर आए। गंदगी और बीमारियों का खतरा बढ़ा, प्रशासन पर सवाल उन्होंने कहा कि इससे न केवल इलाके में गंदगी और बदबू फैल रही है, बल्कि गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। इंजीनियर पवनदीप शर्मा ने सवाल उठाया कि जब देश में शिक्षा का अधिकार कानून लागू है और सरकारी स्कूलों में बच्चों को मुफ्त किताबें, यूनिफॉर्म और मिड-डे मील जैसी सुविधाएं मिल रही हैं, तो फिर इन बच्चों को भिखारी बनाकर सड़कों पर क्यों रखा जा रहा है। उन्होंने पंजाब सरकार के जीवन जो 2.0 प्रोजेक्ट पर भी सवाल खड़े किए। सरकार ने दावा किया था कि भिखारियों का डीएनए टेस्ट कर उन्हें उनके मूल स्थानों पर भेजा जाएगा और बेघर लोगों को रैन बसेरों में पुनर्वास दिया जाएगा। लेकिन अब तक न तो डीएनए टेस्ट की कोई ठोस जानकारी सार्वजनिक की गई है और न ही यह बताया गया है कि कितने लोगों को वास्तव में पुनर्वास मिला है। इंजीनियर पवनदीप शर्मा ने यह भी सवाल उठाया कि जिन मार्गों पर भिखारी माफिया सक्रिय है, वहीं डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर के आवास स्थित हैं, इसके बावजूद प्रशासन की चुप्पी हैरान करने वाली है। उन्होंने मांग की कि भिखारी माफिया के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि गुरु नगरी अमृतसर की गरिमा और स्वच्छता बनी रह सके।



