नरभक्षी बाघ पिंजरे में हुआ कैद

नैनीताल, 11 जनवरी (हि.स.)। नैनीताल जनपद के कोटाबाग विकासखंड के ओखलढूंगा गांव में बीते दिनों वन्यजीवों ने एक महिला को अपना शिकार बनाया था। जिसके बाद वन विभाग की ओर से पिंजरे लगाया गया और नरभक्षी बाघ देर रात्रि पिंजरे में फंस गया। बाघ के पकड़े जाने से ग्रमीणों ने राहत की सांस ली है।

क्षेत्रीय वन क्षेत्राधिकारी रमेश चंद्र ध्यानी ने बताया कि पकड़ा गया बाघ 08 से 10 वर्ष की आयु का पूर्ण वयस्क एवं नर बाघ है। घटना के बाद से ही यह बाघ वन विभाग के कैमरों में भी देखा जा रहा था। पकड़े गये बाघ को वन विभाग की टीम पकड़कर ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर ले गयी है। आगे जांच के बाद ही पुष्टि होगी कि क्या यह वही एवं नरभक्षी बाघ है जिसने महिला को अपना शिकार बनाया था।

बहरहाल बाघ के पकड़े जाने से ग्रामीण स्वयं को भयमुक्त मान रहे हैं और उन्होंने राहत की सांस ली है।

बता दें कि 07 जनवरी शाम महिला पर वन्यजीवों के हमलों के बाद बाद शुक्रवार 10 जनवरी की रात्रि एक रॉयल बंगाल टाइगर प्रजाति का बाघ घटनास्थल पर लगाये गये पिंजरे में फंस गया है।

उल्लेखनीय है ओखलढूंगा गांव रामनगर वन प्रभाग के कोटा रेंज में आता है, जबकि महिला को हिंसक वन्य जीव ने घर से मात्र लगभग 200 मीटर दूर ही कोसी रेंज के जंगल में अपना शिकार बनाया था। इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने एक वन कर्मी की भी पिटाई कर दी थी। अब बाघ कोटा व कोसी वन क्षेत्र की सीमा पर पकड़ा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

   

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