समानता लाने के लिए सबसे परिवर्तनकारी तंत्र है शिक्षा : उप राष्ट्रपति

कानपुर, 01 दिसंबर (हि.स.)। बच्चों में सीखने के प्रति जिज्ञासा होनी चाहिए और उन्हें असफलता से नहीं डरना चाहिए। यही बच्चे भारत का भविष्य बनाएंगे और भारत को दुनिया में एक महान राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका अदा करेंगे। इसके लिए शिक्षा ही सब कुछ है और शिक्षा का दूसरा पहलू यह भी है कि समानता लाने के लिए यह सबसे परिवर्तनकारी तंत्र भी है। यह बातें रविवार को कानपुर पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कही।

उपराष्ट्रपति रविवार को सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल के स्वर्ण जयंती संस्थापक दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मुझे सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल कानपुर के स्वर्ण जयंती संस्थापक दिवस समारोह में भाग लेने में खुशी हो रही है। मैं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति जैपुरिया परिवार की प्रतिबद्धता की बहुत प्रशंसा करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारे मन में सदा रहना चाहिए कि भारत जैसा कोई दूसरा देश नहीं है। आप बहुत ही भाग्यशाली हैं कि भारत किसी का मोहताज नहीं है। उन्होंने कहा कि बच्चों को संकल्प लेना कि वह ज्ञान की जिज्ञासा, माता पिता के प्रति सम्मान, शिक्षकों के प्रति आदर हमेशा रखेंगे। यह छात्र जीवन कभी वापस नहीं आएगा। उन्‍होंने छात्रों को उनके करियर के प्रति सचेत करते हुए कहा कि जिज्ञासा रखें आपके मन में करियर के लिए जो भी हो उस ओर कार्य करें। अगर आप खेल में जाना चाहते हैं तो जाएं। आपका मन जिस ओर है उस तरफ कार्य करें।

शिक्षा से हटाया जा सकता है समाज में विकार

उप राष्ट्रपति ने कहा कि समाज में जो विकार हैं उसको हटाने का एकमात्र साधन शिक्षा ही है। इसीलिए हर व्यक्ति को शिक्षा का अधिकार दिया गया है। यही नहीं परीक्षा के समय छात्रों को कभी तनाव नहीं लेना चाहिये और बेहतर परिणाम होने की संभावना रहती है, गलतियां सभी से होती हैं। किसी को असफलता से घबराना नहीं बल्कि उससे सीख लेकर सफलता में बदलने की कोशिश अवश्य करनी चाहिए। इससे कामयाब होंगे साथ ही भविष्य भी उज्‍जवल रहेगा।

उप राष्ट्रपति ने किया पौधरोपण

मुख्य अतिथि ने स्कूल परिसर में पौधारोपण से शुरुआत की। स्कूल के हेडबॉय, हेडगर्ल और विभिन्न हाउस के हेड बॉय व गर्ल के साथ फोटो खिंचाई। राष्ट्रगान के साथ दीप प्रज्वलन हुआ। उप राष्ट्रपति ने नए भारत के निर्माण में शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्र निर्माण के लिए प्रगतिशील दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए जयपुरिया स्कूल की प्रशंसा की। उप राष्ट्रपति ने औद्योगिक घरानों को रिसर्च एंड डेवलेपमेंट में निवेश करने की अपील की। कहा कि वह अपने सीएसआर फंड का इस्तेमाल करें, जिससे ईडब्ल्यूएस छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके। इस दौरान प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान, जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष शिशिर जयपुरिया, सलाहकार विनोद मल्होत्रा, निदेशक स्कूल और आईटी हरीश संदूजा, स्कूल प्रिसिपल शिखा बनर्जी, उप प्रधानाचार्य गणेश तिवारी मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह

   

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