श्रीनगर में 10 कुख्यात ड्रग तस्करों के खिलाफ पीआईटी एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज
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- Dec 01, 2024
जम्मू,, 1 दिसंबर (हि.स.)। नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई जारी रखते हुए श्रीनगर पुलिस ने 10 कुख्यात ड्रग तस्करों के खिलाफ नारकोटिक्स ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के अवैध व्यापार की रोकथाम अधिनियम (पीआईटी-एनडीपीएस अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया है।
कुख्यात ड्रग तस्करों में रिजवान बशीर धोबी पुत्र बशीर अहमद धोबी निवासी साकिदाफर सफाकदल (वर्तमान में ग्रिड कॉलोनी श्रीनगर), परवेज अहमद भट पुत्र नूर मोहम्मद भट निवासी कर्णबल ताकनवारी पोरा श्रीनगर, ओवैस हुसैन मीर पुत्र सज्जाद हुसैन मीर निवासी तांगबाग, नवापोरा श्रीनगर, नदीम हुसैन भट पुत्र मुश्ताक अहमद भट निवासी बटवाड़ा श्रीनगर, शेख जिब्रान निसार पुत्र निसार अहमद शेख निवासी बटवाड़ा श्रीनगर शामिल हैं। रकीब लतीफ भट उर्फ आमिर पुत्र मोहम्मद लतीफ भट निवासी भट मोहल्ला आलूचीबाग श्रीनगर, अब्दुल अहद भट पुत्र मोहम्मद सुल्तान भट निवासी बानपोरा बटमालू श्रीनगर, मोइन खान उर्फ मोइन पुत्र गुलाम हसन खान उर्फ मामा निवासी टेंगपोरा बाईपास श्रीनगर, सज्जाद अहमद बेग उर्फ बोया पुत्र स्वर्गीय अब्दुल हमीद बेग निवासी मदीना कॉलोनी अलोचीबाग सेक्टर बी और अर्शीद अहमद मीर पुत्र रैनावाड़ी के बागी जोगी लंकेर निवासी, नजीर अहमद मीर के खिलाफ श्रीनगर पुलिस द्वारा तैयार किए गए डोजियर के आधार पर डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर से औपचारिक हिरासत आदेश प्राप्त करने के बाद पीआईटी-एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इसके परिणामस्वरूप इन ड्रग तस्करों को हिरासत में लिया गया और बाद में सेंट्रल जेल कोट-बलवाल, जम्मू और भद्रवाह, उधमपुर और कठुआ की जिला जेलों में रखा गया।
यहां यह उल्लेख करना उचित है कि ये ड्रग तस्कर श्रीनगर के युवाओं के बीच खतरनाक पैमाने पर नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल रहे हैं। इसके अलावा, वे श्रीनगर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों के कई एनडीपीएस अधिनियम मामलों में भी शामिल थे। उनके खिलाफ कई एनडीपीएस अधिनियम के मामले दर्ज होने के बावजूद, वे अदालतों से जमानत मिलने के बाद भी अपने तौर-तरीकों में सुधार नहीं लाए और अपने अवैध नशीले पदार्थों के नेटवर्क के माध्यम से घाटी के युवाओं, खासकर श्रीनगर में नशे को बढ़ावा दे रहे थे। पुलिस ने पीआईटी-एनडीपीएस अधिनियम के प्रावधानों के तहत उनकी संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस पूरी ताकत से क्षेत्र में नशीली दवाओं की तस्करी को खत्म करने के लिए दृढ़ है।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह