हिमाचल में बिगड़ेगा मौसम, पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार

शिमला, 04 दिसंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है। गुरूवार को राज्य के कई इलाकों में कहीं धूप तो कहीं हल्के बादलों का दौर बना हुआ है। राजधानी शिमला में भी सुबह से ही धूप और बादलों के बीच आंखमिचौली है, जिससे ठंडक का असर महसूस हुआ।

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार यानी 5 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है, जिसकी वजह से मौसम के बिगड़ने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्यपर्वतीय और उच्च पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है, जबकि मैदानी इलाकों में मौसम में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है और यहां ठंड व कोहरे का असर जारी रहेगा। विभाग के अनुसार 6 दिसंबर को मौसम फिर साफ होने का अनुमान है, लेकिन 7 दिसंबर को पहाड़ी और ऊंचाई वाले इलाकों में एक बार फिर बर्फबारी संभावित है। वहीं 8, 9 और 10 दिसंबर को मौसम साफ रहने के आसार जताए गए हैं।

गुरूवार सुबह बिलासपुर में घना कोहरा छाया रहा और दृश्यता केवल 50 मीटर तक सिमट गई, जबकि मंडी में 150 मीटर और सुंदरनगर में 300 मीटर ही दृश्यता दर्ज की गई। कोहरे के कारण वाहन चालकों को सुबह घंटों तक सावधानी से चलना पड़ा।

उधर, जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति और किन्नौर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यहां कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया और जलस्त्रोत जम गए। लाहौल-स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान -7.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, कुकुमसेरी में -4 डिग्री, केलंग में -3.4 डिग्री और किन्नौर के कल्पा में -0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

इसके अलावा अन्य शहरों में भी रात का पारा तेजी से गिरा है। शिमला में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री, सुंदरनगर में 2.2, भुंतर में 1.8, धर्मशाला में 5.8, ऊना में 5.8, नाहन में 9.1, पालमपुर में 4 डिग्री, सोलन और मनाली में 2.3, कांगड़ा में 4.3, मंडी में 4.6, बिलासपुर में 6.9, हमीरपुर में 4.1, नारकंडा में 3.4, रिकांगपिओ में 2.4, सियोबग में 0.5 और सराहन में 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। लगातार गिरते तापमान के चलते लोग सुबह-शाम अलाव का सहारा ले रहे हैं और ऊंचाई वाले इलाकों में पानी की पाइपें जमने से पेयजल व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।

पर्यटन नगरी मनाली, शिमला, कुफ़री, नारकण्डा, डलहौजी में होटलों और पर्यटन कारोबारियों में आगामी सम्भावित बर्फबारी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है, क्योंकि बर्फबारी से सैलानियों की आवाजाही बढ़ने की उम्मीद है। प्रदेश के हिल स्टेशनों में दिसंबर में मौसम का पहला हिमपात होता है। वहीं किसानों और बागवानों को भी बादलों के बरसने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि राज्य में पिछले एक माह से मौसम शुष्क बना हुआ है। इससे फसलों का बिजाई कार्य प्रभावित हुआ है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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