महाकुम्भ : नेत्र कुम्भ का आयोजन 12 जनवरी से 25 फरवरी तक 

-नेत्र कुम्भ में निःशुल्क 5 लाख नेत्र परीक्षण, 3 लाख चश्मा वितरण का लक्ष्य

-500 डॉक्टर क्रमिक रूप से प्रतिदिन 50 ओपीडी का करेंगे संचालन

प्रयागराज, 07 नवम्बर (हि.स.)। देवभूमि प्रयाग में प्रत्येक 12 वर्षों पर महाकुम्भ का पर्व आता है, जो इस बार 2025 के माघ माह में धरती के पवित्रतम संगम परिक्षेत्र में आयोजित होगा। इस अप्रतिम अवसर को सेवार्थ उपयोग करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं इसके अनुसांगिक संगठनों द्वारा इस वर्ष महाकुम्भ 2025 में भी 12 जनवरी से 26 फरवरी के मध्य नेत्र कुम्भ का आयोजन किया जा रहा है।

पूर्व में 2019 में प्रयागराज व 2021 में ऋषिकेश में नेत्र कुम्भ का सफल आयोजन किया जा चुका है। इस वर्ष महाकुम्भ 2025 में भी 12 जनवरी से 26 फरवरी के मध्य नेत्र कुम्भ का आयोजन किया जा रहा है। इसमें श्रद्धालुओं व स्नानार्थियों का सम्पूर्ण नेत्र परीक्षण कर आवश्यकतानुसार चश्मा वितरण किया जाएगा, जो पूर्णतया निःशुल्क होगा। सर्जरी की आवश्यकतानुसार श्रद्धालुओं को उनके घर के निकट सेवाभावी डॉक्टरों तथा चिकित्सालयों के माध्यम से निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी व अन्य ऑपरेशन उपलब्ध कराए जायेंगें।

नेत्र कुंभ का यह आयोजन प्रयागराज महाकुम्भ मेला अधिकरण के सहयोग से होना है, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन सक्षम को व्यवस्था एवं नेतृत्व कर्ता की भूमिका मिली है। सेवाभावी चिकित्सकों के संगठन नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन स्वास्थ्य सेवा से राष्ट्र सेवा के अपने संकल्प के निमित्त नेत्र कुम्भ हेतु देश भर से वरिष्ठ नेत्र चिकित्सकों को सेवार्थ संगम परिक्षेत्र में उपलब्ध कराने के दायित्व का निर्वहन करेगा। इसके अतिरिक्त नेत्र परीक्षण के उपकरणों, ऑप्टोमेट्रिस्ट आदि की व्यवस्था का दायित्व भी होगा। राष्ट्रीय सेवा भारती, हंस फाउंडेशन व स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसाइटी द्वारा भी चिकित्सकों उपकरणों एवं व्यवस्था में पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।

नेत्र कुम्भ का औपचारिक उद्घाटन आगामी 12 नवम्बर को डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर जनपथ नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। नेत्र कुम्भ में कुल 5 लाख नेत्र परीक्षणों का विशाल लक्ष्य 500 डॉक्टरों द्वारा क्रमिक रूप से प्रतिदिन 50 ओपीडी का नियमित संचालन कर 50 दिनों की अवधि में पूर्ण किया जाएगा। जिसमें 3 लाख चश्मा वितरण का लक्ष्य भी रखा गया है। देश के विभिन्न देश से आए श्रद्धालुओं को उनके घर के निकट मोतियाबिंद की सर्जरी उपलब्ध कराने के लिए संगठन से जुड़े सेवाभावी चिकित्सकों एवं चिकित्सालयों को 50,000 निःशुल्क सर्जरी हेतु भी तैयार रखा गया है।

नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन के प्रयागराज इकाई के अध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार राय ने गुरूवार को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सी बी त्रिपाठी एवं राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर अश्वनी टंडन के निर्देशन में राष्ट्रीय टोली के वरिष्ठ सदस्य, पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एवं वर्तमान में शिक्षक टोली प्रमुख काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ईएनटी विभाग के प्रोफेसर डॉ. विश्वम्भर एवं राष्ट्रीय सह संगठन सचिव पूर्वी उत्तर प्रदेश डॉक्टर सच्चिदानंद को नेशनल मेडिकोज आर्गेनाईजेशन की सेवाओं हेतु संचालक का दायित्व दिया गया है। देश भर से आने वाले चिकित्सकों हेतु सामंजस्य, व्यवस्थाएं एवं सुविधाएं सुनिश्चित करने का दायित्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. कमलाकर सिंह तथा नोडल अधिकारी के रूप में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के डॉ. राजेश कुमार राय वहन करेंगे।

डॉ. राय ने कहा कि सम्पूर्ण जगत से आस्था की डुबकी लगाने हेतु करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा गंगा और यमुना के पावन तटों पर होने वाला है। शीत ऋतु की विपरीत परिस्थितियों के बाद भी हिन्दू संस्कृति एवं आस्था का वाहक ग्रामीण भारत का बड़ा अंश अल्प समय में संगम तट पर अवतरित होगा। जिसमें अधिक संख्या प्रौढ़ आयु वर्ग के महिला एवं पुरुषों की होगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

   

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