बेतिया, 09 अक्टूबर (हि.स.)। सप्तमी को माता का आंख खुलते ही जहां महिलाओं ने मां को सिन्दूर चढाई तथा अपने सुहाग कि लम्बी उम्र कि कामना करते हुए धर कि सुख समृद्धि के लिए मां से प्रार्थना की , वही श्रद्धालु मंदिरों में जाकर मां को चुनरी चढाते नजर आए।
कही-कही तो नारियल एव बकरे कि बली में दिया गया तो एक ओर विभिन्न स्थान से मां की डोली गाजे बाजे के साथ निकली गई । इसी क्रम में आईटीआई डोलवाग मनसा माई स्थान, पुर्वी करगहिया,हजारी बामत माई,बैराठ माई, ललमतिया माई , वरवत सेना, हरदिया गांव के साथ साथ नगर के पावर हाउस, कोतवाली चौक, जोड़ा शिवालय, बंगाली कालोनी,बानुछापर, द्वारा देवी चौक, हरि वाटिका वैष्णो मंदिर आदि जगहों से निकली डोली में श्रद्धालु अपने हाथों में नीम के पत्ते लेकर माता के जयकारे लगाते हुए मां कि डोली लेकर निकले। जिसमें हजारों की संख्या महिला श्रद्धालुओं भी साथ रही वहीं कहीं धोड़े सवार भी साथ में रहे।
इस संबंध में आचार्य शिवकुमार द्विवेदी एवं आचार्य चंदन कुमार, रुपेश मिश्रा ने बताया कि अषठमी कि निशा पुजा गुरुवार कि रात्रि में संपन्न होगा जिसमें श्रद्धालु अवश्य भाग ले क्योंकि निशा पूजा में मानव की साड़ी मां भगवती पूर्ण कर देती है।
हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक