बीएचईएल में राजभाषा कार्यशाला, महाप्रबंधक नरेंद्र बाेले- हिंदी में काम करना मात्र संवैधानिक आवश्यकता नहीं, आत्म गौरव का विषय 

हरिद्वार, 5 दिसंबर (हि.स.)। बीएचईएल के राजभाषा विभाग की ओर से नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) हरिद्वार के सदस्य संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया। मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) बीएचईएल हरिद्वार में आयोजित इस कार्यशाला का शुभारम्भ महाप्रबंधक (ईएम) नरेंद्र सिंह राणा ने प्रमुख (एचआरडीसी) गुंजन शुक्ला, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) पार्थ सारथी गौड़ा, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक (राजभाषा) हरीश सिंह बगवार एवं टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ऋषिकेश के उप प्रबंधक (राजभाषा) पंकज कुमार शर्मा की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नरेंद्र सिंह राणा ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन से सभी सदस्य संस्थानों में हिंदी के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा मिलेगा। हिंदी में काम करना मात्र एक संवैधानिक आवश्यकता नहीं, बल्कि आत्म गौरव का विषय है। कार्यशाला में हरिद्वार स्थित केंद्र सरकार के कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, बैंकों एवं बीमा कंपनियों के 38 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। राजभाषा नीति के प्रभावी कार्यान्वयन, प्रयोजनमूलक हिंदी एवं पत्राचार, राजभाषा के अधिकतम प्रयोग के लिए भारत सरकार एवं बीएचईएल की प्रोत्साहन योजनाओं तथा हिंदी ई-टूल्स आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई।

उल्लेखनीय है कि राजभाषा के क्षेत्र में बीएचईएल हरिद्वार की ओर से अनेक कार्यक्रमों एवं गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इससे संस्थान में राजभाषा कार्यान्वयन में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। इस दाैरान राजभाषा विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक विनीत कुमार, उप प्रबंधक शशि सिंह, उप अधिकारी योगेंद्र प्रसाद सहित राजभाषा एवं एचआरडीसी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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