सरकारी शिक्षक की हत्या के बाद बवाल, कलेक्ट्रेट और अस्पताल छावनी में तब्दील
- Admin Admin
- Nov 05, 2024
बूंदी, 5 नवंबर (हि.स.)। बूंदी में सरकारी टीचर की हत्या के बाद बवाल मच गया है. लोगों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है। मीणा समाज ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन भी किया। हत्या के बाद से ही देर रात ट्रोमा वार्ड के बाहर भारी भीड़ मौजूद थी। समाज के लाेगाें ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर बूंदी जिला कलेक्ट्रेट के बाहर जाम लगा दिया। इस दौरान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। घटना को देखते हुए बूंदी कलेक्टर कायार्लय के बाहर 10 थानों की पुलिस मौजूद है और लगातार प्रशासनिक अधिकारी, मीणा समाज के प्रतिनिधि मंडल से समझाइश कर रहे हैं। हालांकि प्रदर्शनकारी मानने को तैयार नहीं है। इसके चलते कलेक्ट्रेट और अस्पताल परिसर पूरी तरह से छावनी में तब्दील हो चुका है।
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की शिनाख्त की जा रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। सोमवार शाम ढाबे से खाने खाकर लौट रहे शिक्षक मनीष मीणा पर तीन आरोपियों ने चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। हमले के पीछे ढाबे पर हुई बहस को वजह बताया जा रहा है। आक्रोशित परिजनों और प्रदर्शनकारियों ने बताया कि मीणा समाज के एक होनहार शिक्षक की सरेआम चौराहे पर हत्या कर दी गई है, हत्यारे अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है।
सरपंच संघ के अध्यक्ष आनंदीलाल मीणा ने बताया कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने, बदमाशों की तुरंत गिरफ्तार करने और मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लेने की मांग को लेकर हमने प्रशासन को मांग पत्र सौंपा हैं। प्रशासन से लगातार हमारी बातचीत जारी है। यह तीन मांगे माने के बाद ही अस्पताल की मोर्चरी से शव उठाएंगे।
पूर्व मंत्री और हिंडोली से विधायक अशोक चांदना ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए निष्पक्ष कार्रवाई करने की मांग की है। चांदना ने कहा कि सिंती बूंदी निवासी शिक्षक मनीष मीणा की निर्मम हत्या अत्यंत दुखद है। दिनदहाड़े एक शिक्षक की हत्या हो जाना कानून व्यवस्था की पोल खोल रही है। मेरा बूंदी पुलिस से आग्रह है कि मामले में संज्ञान लेकर पीड़ित परिवार के साथ न्याय करें, जिससे आमजन में विश्वास कायम हो सके। मौके पर पहुंचे बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा ने भी परिजनों से मिलकर हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया और कहा कि भजनलाल सरकार में कानून की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित