गोविंद घाट पर महामंडलेश्वर स्वामी नर्मदा शंकर पुरी महाराज का स्वागत, अग्र भागवत कथा का हुआ आयोजन

हरिद्वार, 23 सितंबर (हि.स.)। गोविंद घाट समिति हरिद्वार एवं हरिद्वार वैश्य समाज के पदाधिकारियों ने गोविंदपुरी स्थित गोविंद घाट पर महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी नर्मदा शंकर पुरी महाराज का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर गंगा आरती का आयोजन कर राष्ट्रीय एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए प्रार्थना की गई।

स्वामी नर्मदा शंकर पुरी महाराज ने घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं को 'अग्र भागवत' कथा का महत्त्व बताते हुए कहा कि यह श्रीमद् भागवत का एक विशेष भाग है, जिसकी कथा श्रवण से भक्ति रूपी मणि की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि अग्र भागवत कथा सर्वप्रथम जैमिनी ऋषि ने राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेजय को सुनाई थी, जिससे उनके तनावग्रस्त मन को शांति और मुक्ति मिली थी। स्वामी जी ने कहा कि अग्रकुल में जन्म लेना श्रेष्ठ है और अग्र भागवत कथा अग्रवाल समाज के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि अग्रसेन हमारे पूर्वज हैं और यह कथा पितरों की कथा मानी जाती है। इसके श्रवण से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।

गोविंद घाट समिति के अध्यक्ष श्रवण गुप्ता और महामंत्री सुयेश अग्रवाल ने इस आयोजन को सौभाग्यशाली बताते हुए कहा कि गंगा तट पर संतों के सानिध्य में अग्र भागवत का ज्ञान प्राप्त होना एक महान अनुभव है।

इस अवसर पर अशोक मेहता, अनिल अग्रवाल गुड्डू, प्रशांत मेहता, राजेश मित्तल, शुभम अग्रवाल, डॉ. अंकित, सतीश गुप्ता, शरद अग्रवाल, पीयूष जैन समेत अनेक श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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