हरिद्वार, 25 नवंबर (हि.स.)। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार में कुलाधिपति एसके आर्य एवं कुलपति प्रो. प्रतिभा मेहता लूथरा को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय रेगुलेशन 2023 के अनुसार अंतरिम सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार नियुक्त किया गया है। आज शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय में लम्बी मांग रेगुलेशन 2023 लागू होने पर जश्न मनाया और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया।
शिक्षक कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष डॉ. एमएम तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय को पहली बार भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से कुलाधिपति और कुलपति का उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार नियुक्ति की गयी है। विश्वविद्यालय में शिक्षक और कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गयी है। उन्होंने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द द्वारा महिला शिक्षा को बलवती बनाने के लिए कार्य किया गया है जिसका उदाहरण आज भारत सरकार ने साकार कर दिया है।
शिक्षक कर्मचारी यूनियन के महामंत्री नमित खण्डूजा ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय व उच्चतम न्यायालय के आदेश पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि समविश्वविद्यालय उन्नति के पथ पर चल पड़ा है। स्वामी श्रद्धानन्द का सपना साकार हो रहा है, सपने को साकार करने में यूनियनों का योगदान काफी रहा है। आज नए कुलाधिपति व कुलपति विश्वविद्यालय को मिलने से यहां शिक्षा जगत में उल्लास का वातावरण है। इस अवसर पर शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रजनीश भारद्वाज ने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय को उच्चतम न्यायालय, नई दिल्ली के आदेशानुसार शिक्षा मंत्रालय से कुलाधिपति और कुलपति की नियुक्ति की गयी है, यह विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में रेगुलेशन 2023 लागू होने से विश्वविद्यालय की उन्नति होगी।
शिक्षक कर्मचारी यूनियन के नरेन्द्र मलिक ने कहा कि समविश्वविद्यालय में प्रो. प्रतिभा मेहता लूथरा के कुलपति बनने से महिला जगत में एक नई तरह की खुशी दिखाई दे रही है। महिलाओं में इस बात की खुशी दिखाई दे रही है। माननीय उच्चतम न्यायालय ने अंतरिम कुलाधिपति और कुलपति की नियुक्ति रेगुलेशन 2023 विश्वविद्यालय में लागू करते हुए अब विश्वविद्यालय भारत सरकार के नियम लागू किए जायेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला



