खरीफ की मुख्‍य फसलों के 1647 लाख टन रिकार्ड खाद्यान्न उत्‍पादन का प्रथम अग्रिम अनुमान जारी 

- चावल, मक्का और मूंगफली के भी रिकार्ड उत्पादन का अनुमान

-चार मुख्य राज्यों के लिए डीसीएस आधारित क्षेत्रफल का प्रयोग

नई दिल्ली, 5 नवंबर (हि.स.)। कृषि एवं किसान कल्‍याण विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 के लिए मुख्‍य कृषि फसलों (केवल खरीफ) के उत्‍पादन के प्रथम अग्रिम अनुमान जारी कर दिए गए हैं। ये अनुमान मुख्यत: राज्यों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किये गये हैं।

एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि राज्यों से प्राप्त फसलों के क्षेत्रफल को रिमोट सेंसिंग, साप्ताहिक फसल मौसम निगरानी समूह और अन्य एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के साथ सत्यापित किया गया है। इसके अलावा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने उद्योग और अन्य सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों के साथ वर्तमान खरीफ मौसम के लिए उनकी राय और विचार प्राप्त करने हेतु हितधारक परामर्श करने की पहल की है। अनुमानों को अंतिम रूप देते समय इन पर भी विचार किया गया है।

पहली बार डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के तहत राज्य सरकारों के सहयोग से किए जा रहे डिजिटल क्राप सर्वे (डीसीएस) के आंकड़ों का उपयोग क्षेत्रफल के अनुमानों को तैयार करने के लिए किया गया है। यह सर्वे, जो मैनुअल गिरदावरी प्रणाली को प्रतिस्थापित करने के लिए परिकल्पित किया गया है, मजबूत फसल क्षेत्रफल अनुमान प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और ओडिशा राज्यों जिसमें खरीफ 2024 में शत प्रतिशत जिलों को डीसीएस के अंतर्गत कवर किया गया है। परिणामस्वरूप विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में चावल के अंतर्गत क्षेत्रफल में काफी वृद्धि हुई है।

प्रथम अग्रिम अनुमान के अनुसार वर्ष 2024-25 के दौरान कुल खरीफ खाद्यान्‍न उत्‍पादन 1647.05 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के खरीफ खाद्यान्न उत्‍पादन की तुलना में 89.37 लाख टन अधिक एवं औसत खरीफ खाद्यान्न उत्‍पादन की तुलना में 124.59 लाख टन अधिक है। चावल, ज्वार और मक्का के अच्छे उत्पादन के कारण खाद्यान्न उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई।

वर्ष 2024-25 के दौरान खरीफ चावल का उत्‍पादन 1199.34 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के खरीफ चावल उत्पादन से 66.75 लाख टन अधिक एवं औसत खरीफ चावल उत्पादन से 114.83 लाख टन अधिक है। खरीफ मक्का का उत्‍पादन 245.41 लाख टन एवं खरीफ पोषक यानी मोटे अनाजों का उत्पादन 378.18 लाख टन अनुमानित है। इसके अलावा 2024-25 के दौरान कुल खरीफ दलहनों का उत्पादन 69.54 लाख टन अनुमानित है।

वर्ष 2024-25 के दौरान देश में कुल खरीफ तिलहन उत्‍पादन 257.45 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के खरीफ तिलहन उत्पादन की तुलना में 15.83 लाख टन अधिक है। वर्ष 2024-25 के लिए खरीफ मूंगफली का उत्‍पादन 103.60 लाख टन एवं सोयाबीन का उत्पादन 133.60 लाख टन अनुमानित है। इस दौरान देश में गन्‍ने का उत्‍पादन 4399.30 लाख टन अनुमानित है। कपास का उत्‍पादन 299.26 लाख गांठें (प्रति गांठ 170 किग्रा.) अनुमानित है। पटसन एवं मेस्‍ता का उत्‍पादन 84.56 लाख गांठें (प्रति गांठ 180 किग्रा) अनुमानित है।

खरीफ फसलों के उत्‍पादन का अनुमानित विवरण इस प्रकार है-

कुल खरीफ खाद्यान्‍न – 1647.05 लाख टन (रिकार्ड)

चावल– 1199.34 लाख टन (रिकार्ड)

मक्का– 245.41 लाख टन (रिकार्ड)

पोषक/मोटे अनाज– 378.18 लाख टन

कुल दलहन- 69.54 लाख टन

तूर- 35.02 लाख टन

उड़द- 12.09 लाख टन

मूंग- 13.83 लाख टन

कुल तिलहन – 257.45 लाख टन

मूंगफली – 103.60 लाख टन

सोयाबीन – 133.60 लाख टन

गन्‍ना – 4399.30 लाख टन

कपास – 299.26 लाख गांठें (प्रति गांठ 170 कि.ग्रा.)

पटसन एवं मेस्ता – 84.56 लाख गांठें (प्रति गांठ 180 कि.ग्रा.)

फसलों की उपज के अनुमान मुख्य रूप से पिछली प्रवृत्तियों तथा सामान्य उपज, अन्य जमीनी स्तर के इनपुट और अपेक्षाओं पर आधारित हैं। यह उपज फसल कटाई समय के दौरान फसल कटाई प्रयोगों के जरिए प्राप्त वास्तविक उपज के आधार पर संशोधित की जाएगी, जो अंततः उत्पादन अनुमानों में परिलक्षित होगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव

   

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