हरियाणा के दस जिलाें से नहीं बना काेई मंत्री

चंडीगढ़, 17 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा में नवगठित नायब सैनी सरकार में प्रदेश के दक्षिणी हिस्से के विधायकाें काे सबसे अधिक प्रतिनिधित्व मिला है। राव इंद्रजीत सिर्फ अपनी बेटी आरती राव को मंत्री बनवाने में कामयाब रहे हैं। वहीं राज्य के दस जिलों के प्रतिनिधियों को मंत्रिमंडल

में जगह नहीं मिली है।

भाजपा ने विधानसभा चुनाव में राव और गुर्जर की पसंद के जितने भी उम्मीदवारों को टिकट दिए थे, अधिकतर चुनाव जीते हैं लेकिन माना जा

रहा है कि मंत्री बनाने में मुख्यमंत्री सैनी ने अपनी स्वयं की पसंद-नापसंद का ख्याल रखा। नायब मंत्रिमंडल में दक्षिण हरियाणा से सबसे अधिक छह मंत्री शामिल किए गए हैं, जबकि उत्तर हरियाणा से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत कुल पांच मंत्रियों ने शपथ ली है। सबसे कम तीन मंत्री मध्य हरियाणा से बने हैं। लोकसभावार मंत्रियों के प्रतिनिधित्व का आकलन किया जाए तो रोहतक को छोड़कर बाकी सभी नौ संसदीय क्षेत्रों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला है, जबकि प्रदेश के 22 जिलों में 10 जिले ऐसे हैं, जिनको मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका है।

इन 10 जिलों में नूंह, सिरसा, फतेहाबाद, रोहतक और झज्जर ऐसे जिले हैं, जहां विधानसभा चुनाव में भाजपा का खाता ही नहीं खुल पाया। पंचकूला के कालका से भाजपा की शक्ति रानी शर्मा, कैथल के पूंडरी से भाजपा के सतपाल जांबा विधायक बने हैं। करनाल की पांचों सीटों पर भाजपा विधायक चुनाव जीते हैं, लेकिन यहां से एक भी मंत्री नहीं बना है। पहली बार भाजपा ने दादरी जिलों की दोनों सीटों दादरी व बाढ़डा में जीत हासिल की लेकिन यह जिला भी मंत्री पद से वंचित रह गया है। रेवाड़ी जिले की तीनों सीटों पर इस बार कमल का फूल खिला है, लेकिन किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।

उत्तर हरियाणा भाजपा का गढ़ माना जाता है। हर बार उत्तर हरियाणा से भाजपा की शानदार जीत होती रही है। इस बार उत्तर हरियाणा से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के अलावा चार विधायकों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला है। अंबाला छावनी के विधायक अनिल विज, पानीपत ग्रामीण के विधायक महिपाल ढांडा, रादौर के विधायक श्याम सिंह राणा और इसराना के विधायक कृष्ण लाल पंवार चारों ही कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं।

मध्य हरियाणा में भाजपा को इस बार ज्यादा सीटें नहीं मिल पाई हैं। इसलिए मंत्रिमंडल में भी मध्य हरियाणा का प्रतिनिधित्व कम रहा है। मध्य हरियाणा से मंत्रिमंडल में तीन विधायकों को स्थान मिला है। गोहाना के विधायक डा. अरविंद शर्मा, बरवाला के विधायक रणबीर गंगवा और नरवाना के विधायक कृष्ण कुमार बेदी तीनों को नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।

हरियाणा में 10 संसदीय क्षेत्र हैं, जिनमें से नौ को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला है। रोहतक संसदीय क्षेत्र के नौ हलकों में से सात पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। कोसली से भाजपा के अनिल ढहीना और बहादुरगढ़ से निर्दलीय राजेश जून चुनाव जीते हैं। इनमें से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया है। अंबाला संसदीय क्षेत्र से अनिल विज, कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से सीएम नायब सैनी और श्याम सिंह राणा तथा करनाल लोकसभा क्षेत्र से कृष्ण लाल पंवार व महिपाल सिंह ढांडा को मंत्री बनाया गया है। सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से डा. अरविंद शर्मा, सिरसा संसदीय क्षेत्र से कृष्ण बेदी और हिसार लोकसभा से रणबीर सिंह गंगवा मंत्री बने हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ से आरती राव तथा गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र से राव नरबीर सिंह मंत्री बने हैं। फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र को सबसे अधिक महत्व मिला है, जहां से तीन विधायक विपुल गोयल, राजेश नागर और गौरव गौतम मंत्री बने हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा

   

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