हरियाणा में सीईटी परीक्षा शनिवार से शुरू, 13 लाख अभ्यर्थी देंगे परीक्षा, व्यापक तैयारियां

चंडीगढ़, 25 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा में ग्रुप सी की भर्तियों के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) की परीक्षा शनिवार, 26 जुलाई से शुरू होने जा रही है। सीईटी की परीक्षा में कुल 13 लाख 48 हजार 697 अभ्यर्थी भाग लेंगे। जिनमें छह लाख 05 हजार 583 महिलाएं तथा सात लाख 43 हजार 114 पुरूष हैं। इसके अलावा 1500 दिव्यांग हैं। प्रदेश में कुल 1338 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) के अध्यक्ष हिम्मत सिंह के कार्यकाल के दाैरान प्रदेश में इतने बड़े स्तर पर पहली बार आयाेजित हाेने वाली परीक्षा है। इससे पहले, 2022 में मनोहर सरकार के दौरान ग्रुप डी के लिए सीईटी आयोजित की गई थी।परीक्षा शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। पिछले कई दिनों से परीक्षा की तैयारी में जुटे आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने निष्पक्ष व पारदर्शी परीक्षा के आयोजन में युवाओं से सहयोग की अपील की है। इस परीक्षा के लिए सरकार की तरफ से 9,200 बसों का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा सामाजिक संस्थाओं द्वारा करीब तीन हजार वाहन चलाए जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा दो दिन तक सडक़ों पर पानी की छबील लगाई जाएगी। प्रदेश के सैकड़ों सामाजिक संगठनों ने परीक्षा के लिए आने वाले युवाओं के लिए धर्मशाला, सराय आदि में मुफ्त ठहरने का प्रबंध करने का ऐलान किया है।26 जुलाई से चार चरणों में परीक्षा शुरू होगी। परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर दस पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। राज्य में बनाए गए 1,338 परीक्षा केंद्रों पर करीब 14 हजार पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। परिवहन विभाग ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करते हुए बसों को सुचारू रूप से चलाने के निर्देश दिए हैं। बिजली विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा के दौरान कहीं भी बिजली कटौती जैसी समस्या न आए। इसके प्रबंध पहले से किए जाएं। दो दिन तक प्रदेश में परीक्षा केंद्रों के आसपास फोटो स्टेट की दुकानें, कोचिंग सेंटर बंद रहेंगे। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने शनिवार से शुरू होने वाली सीईटी की परीक्षा के दौरान गर्भवती महिलाओं तथा अन्य किसी बीमार का शिकार अभ्यर्थी को मेडिकल सुविधा प्रदान करने का फैसला किया है। आयोग की तरफ से शुक्रवार को जारी जानकारी के अनुसार, कुछ गर्भवती महिलाओं (जिन्होंने सीईटी परीक्षा में भाग लिया है) ने अपने स्वास्थ्य को लेकर सोशल मीडिया और मैसेज के माध्यम से आयोग को अपनी समस्या से अवगत कराया जिस पर आयोग ने उनकी समस्या को प्रशासन तक पहुंचाया है।

आयोग ने ऐसी महिलाओं को आह्वान किया है कि वह परीक्षा के दिन अपने परीक्षा केंद्र अधीक्षक से अपने मेडिकल दस्तावेज के साथ मिलें और उनसे अपनी बात बताएं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन की तरफ से आपको जरूरी मेडिकल सेवा उपलब्ध कराई जा सके। इसके अलावा यदि अन्य किसी अभ्यर्थी को भी कोई मेडिकल समस्या है तो वह अपने मेडिकल दस्तावेज के साथ केंद्र अधीक्षक से मिलकर अपनी समस्या को बता सकता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा

   

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