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हरियाणा सरकार ने जारी किए आदेश15 मार्च से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
चंडीगढ़, 20 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा सरकार ने प्रदेश के निजी स्कूल संचालकों को चिराग योजना के तहत गरीब बच्चों का दाखिला करने के निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा निदेशालय की ओर से गुरुवार को सभी जिला शिक्षा व मौलिक शिक्षा अधिकारियों को हिदायतें जारी की गई हैं। सालाना एक लाख 80 हजार रुपये आय वाले गरीब परिवारों के बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
पूर्व की मनोहर सरकार के समय यह योजना शुरू की गई थी। योजना के तहत प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन देने की एवज में सरकार की ओर से स्कूलों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए बाकायदा कक्षाओं के हिसाब से मासिक फीस तय की हुई है। गरीब परिवारों के बच्चों को एडमिशन देने के इच्छुक प्राइवेट स्कूल 24 फरवरी से 7 मार्च तक विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। साथ ही, उन्हें कक्षवार खाली पदों का ब्यौरा भी साइट पर अपलोड करना होगा।
15 मार्च से प्राइवेट स्कूलों में दाखिलों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 31 मार्च तक आवेदन फार्म जमा करवाए जा सकेंगे। स्कूल में खाली सीटों से अधिक आवेदन होने की सूरत में ड्रा के जरिये विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। पहली अप्रैल से 5 अप्रैल तक प्राइवेट स्कूलों द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा अभिभावकों की मौजूदगी में ड्रा निकाले जाएंगे। ड्रा प्रक्रिया पूरी होने के बाद 15 अप्रैल तक सभी स्कूलों को उन विद्यार्थियों की एडमिशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी, जिनका चयन हुआ है।
हरियाणा सरकार ने इस बार ‘चिराग’ योजना में परिवार पहचान-पत्र को अनिवार्य कर दिया है। प्राइवेट स्कूलों में केवल उन्हीं परिवारों के बच्चों को एडमिशन मिलेगा, जिनके पास पीपीपी होगा। वहीं दूसरी ओर, उन्हीं प्राइवेट स्कूलों को फीस प्रतिपूर्ति राशि मिलेगी, जिन्होंने फार्म-6 में अपने विद्यालय की फीस राशि चालू सत्र के लिए पोर्टल पर दर्शाई होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा