
- 12 सीएचसी सीएमओ को नोटिस जारी
- हिसार की दलाल के विरुद्ध दर्ज करवाएंगे एफआईआर
चंडीगढ़, 10 अप्रैल (हि.स.)।हरियाणा में लगातार बिगड़ रहे लिंगानुपात के ढांचे तथा अवैध गर्भपात करने वाले केंद्रों को लेकर एक टीवी चैनल द्वारा स्टिंग ऑपरेशन किए जाने के बाद हरकत में आई सरकार ने जिला हिसार के पीएनडीटी नोडल अधिकारी को निलंबित कर दिया है व 12 सामुदायिक केंद्रों के अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। एक निजी टीवी चैनल द्वारा स्टिंग ऑपरेशन के दौरान भ्रूण हत्या के गिरोह का खुलासा किया गया था। इसमें कई अधिकारी व कर्मचारी कैमरे के सामने कई दावे करते हुए दिखाई दिए।
इस घटना के बाद गुरुवार को हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने राज्य टास्क फोर्स का गठन किया है। फोर्स के सदस्यों में मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा, महानिदेशक महिला एवं बाल विकास, महानिदेशक आयुष, निदेशक, पूर्व गर्भाधान एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक, स्वास्थ्य विभाग, राज्य औषधि नियंत्रक और पुलिस विभाग शामिल हैं। एन.एच.एम. के निदेशक डॉ. वीरेंद्र यादव एस.टी.एफ. के संयोजक हैं।
सरकार ने बताया कि प्रदेश के 1500 मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी (एम.टी.पी.) केंद्रों में से 300 के पंजीकरण रद्द कर दिए गए हैं या स्वेच्छा से वापस ले लिए गए हैं। पिछले दो महीनों में 17 ऑनलाइन एम.टी.पी. किट विक्रेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा, जिला हिसार के नोडल अधिकारी, पी.एन.डी.टी. को निलंबित कर दिया गया है और 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों नाहर जिला रेवाड़ी, तोशाम जिला भिवानी, दनौदा जिला जींद, कुंजपुरा जिला करनाल, टाउरू जिला नूंह, तिगांव जिला फरीदाबाद, भट्टू कलां जिला फतेहाबाद के प्रभारी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एस.एम.ओ.) को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अटेली जिला महेंद्रगढ़, उकलाना जिला हिसार, बड़ोपल जिला फतेहाबाद, निसिंग जिला करनाल तथा लाडवा जिला कुरुक्षेत्र में लिंगानुपात कम होने के कारण यदि उनका उत्तर असंतोषजनक पाया गया तो उन्हें चार्जशीट किया जाएगा। सबसे कम लिंगानुपात वाले तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी एस.एम.ओ. को चार्जशीट किया जाएगा। इसके अलावा, राज्य में सबसे कम लिंगानुपात वाले 5 जिलों चरखी दादरी, रेवाड़ी, रोहतक, गुरुग्राम तथा फरीदाबाद के पी.एन.डी.टी. नोडल अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बदल दिया गया है।
सिविल सर्जन हिसार अवैध गर्भपात में शामिल दलाल उषा के खिलाफ आपराधिक मामला तथा एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रहे हैं। सिविल सर्जन, रोहतक तथा सोनीपत ने पूजा मामले में एफ.आई.आर. दर्ज की है, जिसके 2 लड़कियां हैं, जिसे गर्भपात के लिए मजबूर किया गया था। सिविल सर्जन मामले की जांच कर रहे हैं तथा परिवार और इलाज करने वाले डॉक्टर से पूछताछ कर रहे हैं।
डॉ. वीरेंद्र यादव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि दो लड़कियों वाली गर्भवती महिलाओं का एम.टी.पी. करने वाले सभी एमटीपी केंद्रों का नियमित निरीक्षण और निगरानी की जाए तथा यदि वे कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त पाए जाते हैं तो उन्हें बंद कर दिया जाए तथा एम.टी.पी. केंद्रों को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस पर तुरंत निर्णय लिया जाए तथा कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त स्त्री रोग विशेषज्ञों के लाइसेंस रद्द किए जाएं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा