सरकार जालौन के पातालेश्वर मंदिर पर खर्च करेगी, 93 लाख रुपये

जालौन, 08 दिसंबर (हि.स.)। बुंदेलखंड के ऐतिहासिक स्पॉट के कायाकल्प करने का काम शुरु कर दिया गया है। झांसी, हमीरपुर, बांदा के अलावा जालौन में भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां की ऐतिहासिक इमारतों को रंग रूप देने की तैयारी कर ली गई है।

क्षेत्रीय विधायक विनोद चतुर्वेदी ने बताया कि कालपी नगर के इतिहास को लेकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को जानकारी दी गई और पर्यटन विकास निगम लिमिटेड द्वारा 114.22 लाख रुपये की अनुमानित लागत प्रस्तुत की गई थी। शासन ने 92.83 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। 46 लाख रुपये की धनराशि कार्यदायी संस्था को जारी कर दी गई है। जल्द ही सुंदरीकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

क्या है पातालेश्वर मंदिर का इतिहास

कालपी शहर से महाभारत, मराठा और बिट्रिश काल का गहरा इतिहास जुड़ा हुआ है। महाभारत काल से जुड़े होने की वजह से मंदिर को पांच हजार साल पुराना बताया जाता है। मान्यता है कि कौरव-पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य ने यहां शिवलिंग की पूजा की। इसके बाद उन्हें अश्वत्थामा नाम के पुत्र की प्राप्ति हुई। जालौन के कालपी में मौजूद पातालेश्वर मंदिर को महाभारत कालीन बताया जाता है। मंदिर की प्राचीनता श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है। यह मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा

   

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