जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में हिंदी पखवाड़े का भव्य शुभारंभ

जम्मू 18 सितंबर (हि.स.)। जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी प्रकोष्ठ तथा हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी पखवाड़े का उद्घाटन समारोह बुधवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. संजीव जैन ने की। मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री प्रो. हरमहेन्द्र सिंह बेदी, कुलसचिव प्रो. यशवंत सिंह, भाषा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना शर्मा, हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रो. भारत भूषण के अलावा हिन्दी प्रकोष्ठ के सहायक निदेशक डॉ. प्रियंजन उपस्थित रहे। सर्वप्रथम शोधार्थियों की सरस्वती वंदना तथा दीप प्रज्वलन के अलावा मंचासीन गणमान्यों के भव्य स्वागत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

अपने उद्बोधन में माननीय कुलपति प्रो. संजीव जैन ने सभी विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को हिंदी पखवाडे की शुभकामना देते हुए कहा कि हमें सिर्फ हिंदी दिवस या पखवाड़ा मनाने से हिंदी का विकास संभव नहीं होगा बल्कि हमें सहृदयता तथा स्वेच्छा के साथ हिंदी को अपनाना होगा। इस दौरान उन्होंने अपने जापान दौरे का अनुभव साझा किया कि जापान में हर जगह जापानी भाषा में सूचना या जानकारी लिखी हुई होती है। इससे उनकी भाषा में प्रेम स्पष्ट होता है। इसी प्रकार हमें भी हमारी भारतीय भाषाओं के प्रति निष्ठा एवं प्रेम को प्रदर्शित करना होगा। उन्होंने प्रसन्नता जताई कि हमारा विश्वविद्यालय जम्मू जैसे क्षेत्र में होने के बावजूद हमारे यहां 75 प्रतिशत कार्य हिंदी में हो रहे हैं और जल्द से जल्द हम इसे सौ प्रतिशत तक पहुंचाएंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों के लिए समय.समय पर हिंदी में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया। साथ ही उन्होंने यहां की प्रांतीय भाषा डोगरी को भी बढ़ावा देने की बात कही।

मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रो हरमहेंद्र सिंह बेदी ने कहा कि वर्तमान में पूरा विश्व हिंदी को लेकर जागरूक है। हिंदी एशिया महादेश में सबसे बड़ी भाषा है। हिंदी का मतलब भारत की संस्कृति तथा भारतीय चिंतन है। यह बात बडे जोर से उठ रही है कि हिंदी विश्व में आगामी भाषा है। अतः हम सभी भारतीयों की नैतिक जिम्मेदारी है कि हम हिंदी के महत्व को समझें। हिंदी के बिना भारत सर्वगुण संपन्न नहीं हो सकता है। इसे ध्यान में रख्ते हुए हमारी नई शिक्षा नीति तैयार की गई है। हिंदी वर्तमान में सभी के लिए अनुकरणीय है।

कुलसचिव प्रो. यशवंत सिंह ने विश्वविद्यालय में हिंदी में हो रहे कार्यों तथा प्राप्त प्रगति का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए इसका श्रेय माननीय कुलपति प्रो. संजीव जैन को दिया। प्रो. वंदना शर्मा ने अपने भाषण में बताया कि हिंदी पूरे विश्व को जोड़ने वाली भाषा है। अतः हम सभी को इसे सहर्ष स्वीकार करना है। विभागाध्यक्ष प्रो. भारत भूषण सभी अतिथियों का परिचय एवं स्वागत किया। हिन्दी प्रकोष्ठ के सहायक निदेशक डॉ. प्रियंजन ने धन्यवाद ज्ञापन किया। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन हिंदी की सहायक आचार्य डॉ. वंदना शर्मा ने किया। इस दौरान मंचासीन अतिथियों के अलावा डॉ. वंदना वर्मा, प्राचार्य, जी.डी.सी विजयपुर, डॉ. शालू सम्याल, प्राचार्य, जी.डी.सी, बिशनाह, डॉ. सुजाता सलाथिया, प्राचार्य घग्वाल को स्मृति.चिह्न प्रदान कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के दौरान जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय की हिन्दी पत्रिका उत्तर वाहिनी का लोकार्पण भी किया गया ।राष्ट्रगान के साथ उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार/मोनिका

हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी

   

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