यह केवल संघ का शताब्दी वर्ष नहीं, संपूर्ण हिंदू समाज का शताब्दी वर्ष है: अजय

कार्यक्रम को सुनते हुए स्वयंसेवकपथ संचलन करते स्वयंसेवककार्यक्रम की तस्वीरपथ संचलन  करते

रांची, 02 अक्टूबर (हि.स.)। विश्वकर्मा नगर के रविस्टील, झिरी और राधा नगर के संयुक्त बस्तियों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर गुरुवार शाम पथ संचलन का आयोजन किया। मशालों और जयघोष की गूंज के साथ पूर्ण गणवेश में अनुशासित पंक्तियों में बढ़ते स्वयंसेवकों ने पूरे शहर में एकात्मभाव और संगठन का संदेश दिया।

पथ संचलन कमड़े आश्रम से निकल कर रांची डाल्टेनगंज मुख्य मार्ग होते हुए पंडरा कृषि बाजार से वापस होकर अपने निर्धारित स्थान कमड़े आश्रम में जाकर समाप्त हुआ। भारी बारिश में भी पांच किलोमीटर लंबे मार्ग से होते हुए पथ संचलन सम्पन्न हुआ।

नगर वासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर 'भारत माता की जय', वंदे मातरम् बोलकर स्वयंसेवकों का स्वागत किया,

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर पूर्व क्षेत्र कार्यकारणी सदस्य अजय ने कहा कि “यह केवल संघ का शताब्दी वर्ष नहीं बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज का शताब्दी वर्ष है।” उन्होंने समाज को एकजुट होकर आगामी विजयादशमी उत्सवों में भाग लेने का आह्वान किया।

संघ की यात्रा तप, त्याग और समर्पण की यात्रा है: प्रफुल

वहीं दूसरी ओर रांची हरमू रोड स्थित कपिल देव मैदान में संघ का विजयदशमी उत्सव गुरुवार को विशेष उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में वनवासी कल्याण आश्रम के क्षेत्र मंत्री प्रफुल अकांत ने संघ की 100 वर्षों की यात्रा को विशेष रूप से रेखांकित किया।

उन्होंने कहा कि संघ की यात्रा तप, त्याग और समर्पण की यात्रा है, जिसने समाज को संगठित करने की शक्ति दी है। संघ केवल संगठन नहीं, बल्कि संस्कृति का जीवंत प्रवाह है।

अपने विचारों में उन्होंने पंच परिवर्तन पर विशेष बल दिया – परिवार में संस्कार, समाज में समरसता, शिक्षा में भारतीयता, अर्थव्यवस्था में स्वावलंबन और संस्कृति में संरक्षण। उनका कहना था कि इन परिवर्तनों के माध्यम से संघ आने वाले 15–20 वर्षों में समाज के साथ एकात्म भाव को और गहरा करेगा।

कार्यक्रम में स्वयंसेवक, प्रबुद्धजन और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक सम्मिलित हुए।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विजयदशमी उत्सव किया आयोजित

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से विजयदशमी उत्सव का आयोजन गुरुवार को ओसीसी पूजा समिति परिसर में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जितेन्द्र भदानी ने की और बौद्धिक का वाचन विशाल ने किया।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि संघ का शताब्दी वर्ष केवल एक संगठन की यात्रा नहीं बल्कि समाज के संस्कार, सेवा और संगठन की गाथा है। पिछले सौ वर्षों में संघ ने समाज के हर वर्ग को जोड़ते हुए आत्मीयता और समरसता का वातावरण बनाया है।

उन्होंने कहा कि संघ आज पंच परिवर्तन – परिवार, समाज, शिक्षा, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्र – में गहराई से कार्य कर रहा है। आने वाले वर्षों में यह संकल्प समाज को नई चेतना देगा और राष्ट्र को उसके परम गौरव तक पहुंचाएगा।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों एवं समाजबंधुओं की उपस्थिति रही।

इसके अलावा केशव नगर एचईसी, बस्ती क्रमांक पांच और छह में पथ संचलन निकाला गया और प्रांत संपर्क प्रमुख राजीव कमल बिट्टू का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

   

सम्बंधित खबर