आयुर्वेद से हार्मोन संतुलन बनाए रखने के तरीके बताए

जोधपुर, 24 अक्टूबर (हि.स.)। राजकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय खाण्डाफलसा में आरोग्य सप्ताह के अंतर्गत महिलाओं के स्वास्थ्य में आयुर्वेद की भूमिका विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया।

मुख्य वक्ता डॉ. अरुणा चौहान ने हार्मोन संतुलन, प्रजनन क्षमता और मासिक धर्म देखभाल पर आयुर्वेद के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से समझाया। वरिष्ठ नर्स सुनंदा राइका और तृप्ति परिहार ने भी अपने विचार साझा करते हुए महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने आयुर्वेदिक चिकित्सा के माध्यम से महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के सुझाव दिए। डॉ. चौहान ने बताया कि आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से महिलाओं में हार्मोन असंतुलन के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए आहार, दिनचर्या और योग का सम्यक पालन करना आवश्यक है। उन्होंने आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के उपयोग से हार्मोन संतुलन बनाए रखने के तरीकों पर भी चर्चा की।

कार्यक्रम के अंत में सभी को शुक्रवार को पांच साल तक के बच्चों को पुष्य नक्षत्र के अवसर पर स्वर्णप्राशन संस्कार के लिए आमंत्रित किया गया। यह संस्कार बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए विशेष रूप से आयोजित किया जा रहा है। शुक्रवार को शरीर की प्रकृति विश्लेषण की अवधारणा और व्यक्तिगत स्वास्थ्य समाधान पर चिकित्साधिकारी डॉ मुकेश लोहरा व्याख्यान देंगे। कार्यक्रम में प्रभारी वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. राजकुमार, डॉ प्रेमसुख डॉ. रेखा चौहान, डॉ. रोजी, नर्सिंग अधीक्षक घनश्याम नवल, सीनियर कम्पाउण्डर इंदू जोशी, सलीम सुल्तान सहित अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश

   

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