ग्वालियर: मकर संक्रांति पर भक्त पहुंचे मंदिर, जरूरतमंदों को बांटे गजक और कंबल

ग्वालियर, 15 जनवरी (हि.स.)। शहर में सोमवार को मकर संक्रांति का महापर्व श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया। इस दिन कई लोगों ने ठण्डे जल से भी स्नान किया। इस दिन लोग मंदिर पहुंचे और भगवान की पूजा अर्चना की। इसके बाद जरूरतमंद लोगों को गजक, खिचड़ी, चाय, बिस्कुट एवं कंबल आदि का वितरण किया। अचलेश्वर महादेव मंदिर पर सोमवार का दिन होने के कारण भक्तों ने लंबी-लंबी लाइनों में लगकर भगवान के दर्शन किए। इस दौरान यहां से भारी वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से बंद रहा।

मकर संक्रांति के दिन सुबह से भक्तों का मंदिर पहुंचना शुरू हो गया था। रात तक मंदिरों पर भक्तों की भीड़ लगी रही। वहीं कुछ सामाजिक संगठनों ने मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की परंपरा भी निभाई। इसी के साथ अपने मानधानों को गजक, खिचड़ी और वस्त्र आदि का वितरण किया। वहीं घरों में मंगोड़े, पकोड़े आदि व्यंजन बनाए गए। शाम के समय घरों में पुलाव और गाजर का हलवा भी बना।

मकर संक्रांति पर सूर्य भगवान की आराधना की जाती है। सूर्य की पहली किरण के साथ यहां विशेष पूजा अर्चना की गई। इसके चलते श्रद्धालु गोला का मंदिर स्थित सूर्य मंदिर पहुंचे। यहां भगवान सूर्य की आराधना की। इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने सुबह जल्दी उठकर गंगाजल मिलाकर स्नान किया। इसके बाद भगवान सूर्य को अघ्र्य देकर आराधना की। वहीं अन्य मंदिरों में पहुंचे लोगों ने भगवान को तिल के मिष्ठान्न तथा खिचड़ी अर्पित की, इसके साथ ही दान देकर पुण्य लिया।

शहर में मंदिरों में दिखी रौनक: इसके साथ ही अचलेश्वर महादेव और सनातन धर्म मन्दिर में मकर संक्रांति का पर्व श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। भगवान चक्रधर के दर्शन लाभ एवं दानपुण्य लाभ के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का क्रम प्रारंभ हो गया। भक्तों ने खिचड़ी, तिल, गजक भगवान को अर्पण की। भगवान श्रीचक्रधर, श्री गिरिराजधरण का विशेष शृंगार मुख्य पुजारी ने किया। भगवान को नई पोशाक, माला धारण कराई गई। पगड़ी मोरपंख माथे पर धारण कराया गया, गले में श्री तुलसी की कंठी, वनमाला धारण कराई गई।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद/मुकेश

   

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