मप्रः धार में चाइना डोर से गला कटने छह वर्षीय बच्चे की मौत, उज्जैन में भी हादसा

धार, 14 जनवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश में रविवार को मकर संक्रांति पर दो अलग-अलग क्षेत्रों में चाइना डोर से दो बच्चों की जान चली गई। पहली घटना धार जिले की है। यहां हटवाड़ा क्षेत्र में रविवार शाम 7 बजे दुखद घटना हुई। इसमें बाइक सवार पिता अपने छह वर्षीय पुत्र के साथ सामान खरीदने के लिए बाजार जा रहा था। इस दौरान चाइना डोर की चपेट में बाइक पर बैठा बच्चा कनिष्क पुत्र विनोद चौहान निवासी लुनियापुरा धार आ गया। इसमें उसकी गर्दन कट गई।

पिता व अन्य लोग तत्काल बच्चे को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित घोषित कर दिया गया। बच्चे का शव जिला चिकित्सालय में रखा गया है। एक दिन पहले एक बुजुर्ग और एक बच्चा चाइना डोर की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया थे। इसके बाद रविवार को यह दुखद हादसा हो गया।

उल्लेखनीय है कि मकर संक्रांति पर जमकर पतंगबाजी होती है। इस दौरान लोग चाइना डोर का भी इस्तेमाल करते हैं। हालांकि सरकार ने चाइना डोर पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन दुकानदार चोरी-छुपे इसे बेचते हैं। इससे कई हादसे होते हैं।

दूसरी घटना उज्जैन में हुई। यहां चाइना डोर के कारण रविवार को 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। वह घर की छत पर चाइना डोर से पतंग उड़ा रहा था। घर के बाहर लगी बिजली की डीपी में पतंग फंस गई। पतंग खींचने के दौरान अचानक फाल्ट हो गया और बालक को करंट लग गया। स्वजन उसे तत्काल उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने बताया कि अल्फेज पुत्र जावेद (12 वर्ष) निवासी बेगमबाग रविवार को मकर संक्रांति पर्व पर घर की छत पर चाइना डोर से पतंग उड़ा रहा था। पतंग घर के समीप ही लगी डीपी में उलझ गई थी। अल्फेज ने जैसे ही पतंग निकालने के लिए डोर को खींचा, डीपी में लगे बिजली तारों में फाल्ट हो गया और अल्फेज करंट की चपेट में आ गया, जिससे वह नीचे गिर गया। उसे उपचार के लिए स्वजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन शव को लेकर वापस चले गए। इसकी जानकारी अस्पताल कर्मचारियों ने पुलिस कंट्रोल रूम व महाकाल पुलिस को दी थी। सूचना मिलने पर पुलिस बेगमबाग पहुंची और स्वजन को समझाइश दी। इसके बाद दोबारा शव को जिला अस्पताल लाया गया। शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव स्वजन को सौंपा जाएगा।

पतंगबाजी में चाइना डोर के उपयोग पर प्रतिबंध है। पुलिस बीते 15 दिनों से पतंग दुकानों पर जाकर चाइनीज मांझे की जांच कर रही थी। इसके अलावा दुकान संचालकों से चाइना डोर ना बेचने को लेकर बांड भी भरवाए थे। चाइना डोर बेचने व उपयोग करने वालों पर धारा 307 के तहत केस दर्ज करने की बात भी कही गई थी। पुलिस तीन दिनों से ड्रोन कैमरों, दूरबीन से नजर रख रही थी। छतों पर जाकर इसकी जांच भी की जा रही थी। बावजूद इसके रविवार को चाइना डोर का उपयोग किया गया था। पुलिस की सख्ती भी चाइना डोर का उपयोग नहीं रोक पाई थी। इसका नतीजा यह रहा कि बेगमबाग में बच्चा चाइना डोर के कारण करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।

मेटलिक धागा, लग सकता है करंट

चाइनीज डोर में मेटलिक धागे का उपयोग किया जाता है। बिजली के तारों से टकराने से चाइना डोर का उपयोग करने वाला व्यक्ति करंट की चपेट में आ सकता है। रेलवे प्रशासन ने भी इस संबंध में रेलवे लाइन के आसपास चाइना डोर का उपयोग ना करने को लेकर चेतावनी जारी की थी।

दो साल पहले छात्रा की गला कटने से हो चुकी मौत

चाइना डोर के कारण 11वीं की छात्रा अपनी जान गंवा चुकी है। 15 जनवरी 2022 को छात्रा नेहा आंजना जीरो पाइंट पुल से दोपहिया वाहन से गुजर रही थी। उसी दौरान नेहा के गले में चाइनीज मांझा फंस गया था। गले की नस कटने से नेहा की मौत हो गई थी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

   

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