ग्वालियरः दुर्गम क्षेत्र में बसे जिले के गाँवों में भी हो रहा है बी-1 का वाचन

- जिले में राजस्व महाअभियान के तहत अब तक 574 गाँवों में हुआ बी-1 का वाचन

ग्वालियर, 21 जनवरी (हि.स.)। जिले के दुर्गम क्षेत्रों में बसे गाँवों में भी राजस्व महाअभियान के तहत राजस्व विभाग के दल बी-1 का वाचन और राजस्व संबंधी अन्य समस्याओं के निराकरण के लिये पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को जिले की जनपद पंचायत घाटीगाँव के अंतर्गत दुर्गम क्षेत्र में बसे गाँव बसई में पहुँचने के लिये राजस्व विभाग के दल ने नाव से आसन नदी पार की और ग्रामीणों के समक्ष बी-1 का वाचन किया। इस गाँव को जोड़ने वाला रास्ता वनांचल क्षेत्र से होकर गुजरता है और थोड़ा लम्बा भी है। इस वजह से गाँव में जल्द पहुँचने के लिये राजस्व विभाग का दल नाव से इस गाँव में पहुँचा।

बसई में बी-1 के वाचन के साथ-साथ राजस्व विभाग की टीम ने ग्रामीणों की राजस्व संबंधी अन्य समस्याओं के निराकरण की रूपरेख भी तय की। साथ ही उनकी माँगें भी दर्ज कीं। बसई वासियों का कहना था कि उनके गाँव के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला व लाड़ली बहना सहित अन्य योजनाओं का भी लाभ मिला है। गाँव के पात्र लोगों को नि:शुल्क राशन भी मिल रहा है।

राजस्व महाअभियान जिले के ग्रामीणों के लिए उपयोगी साबित हो रहा है। भू-अभिलेखों में दर्ज जानकारी भी उन्हें अपने गाँव में ही इस अभियान के माध्यम से आसानी से मिल रही है। गाँव-गाँव में बी-1 सहित अन्य दस्तावेजों का वाचन अभियान में संलग्न मैदानी राजस्व अमले द्वारा किया जा रहा है। जिले में अब तक 574 गाँवों में बी-1 का वाचन किया जा चुका है।

कलेक्ट्रेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की डबरा तहसील में राजस्व महाअभियान के तहत अब तक 115 गाँवों में बी-1 का वाचन किया जा चुका है। इसी तरह मुरार तहसील के 63 गाँव, तहसील तानसेन 67, घाटीगाँव के 96, चीनौर के 75, सिटी सेंटर तहसील के 19, ग्वालियर के 22, भितरवार के 58 व ग्वालियर ग्रामीण के 59 गाँवों में बी-1 का वाचन किया जा चुका है।

कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राजस्व महाअभियान की जानकारी गाँव-गाँव में दी जाए और राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत सभी राजस्व गतिविधियाँ संचालित की जाएँ।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा

   

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