- बैठक में दस राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि हुए शामिल
इंफाल, 22 जनवरी (हि.स.)। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा प्रभावित मणिपुर की स्थिति पर विचार-विमर्श करने के लिए बुलाई गई एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस काफी समय से मुख्यमंत्री से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग कर रहे थे। इस बैठक में राज्य के 10 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इन प्रतिनिधियों में कांग्रेस पार्टी की ओर से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तथा मणिपुर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता इकराम इबोबी सिंह भी शामिल हुए। बैठक में राज्य की वर्तमान स्थिति से निपटाने के लिए मुख्यमंत्री ने राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने 20 जनवरी को एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से राजनीतिक दलों की बैठक बुलाने का आग्रह किया गया था। इस आग्रह पर मुख्यमंत्री ने रविवार की देर शाम को बैठक निर्धारित किया। राज्य सचिवालय के मुख्यमंत्री कक्ष में रात तक चली बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बीते वर्ष 3 मई को शुरू हुई हिंसक गतिविधियों के बाद कई बार सभी राजनीतिक दलों के विधायकों को बुलाकर इस पर विचार-विमर्श करने की कोशिशें की, लेकिन उन्हें इसमें निराशा हासिल हुई। विधायकों के राज्य से बाहर होने की बात कहकर इसे डाल दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी बीच कई विधायकों ने इस्तीफा भी दे दिया। वे चाहते हैं कि सर्वसम्मति से मणिपुर की समस्या का स्थायी समाधान हो। बैठक में मुख्यमंत्री ने मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की बैठक के दौरान विस्तारपूर्वक जानकारी दी। राजनीतिक दलों ने मुख्यमंत्री को एक प्रतिवेदन भी इस दौरान सौंपा, जिसमें प्रधानमंत्री से इन सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित करवाने की मांग की गई है। इस बैठक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस के साथ ही जनता दल-यूनाइटेड, सीपीआई सीपीआईएम, एआईटीसी, आम आदमी पार्टी, एआईएफबी, एनसीपी, शिवसेना (यूबीटी) तथा आरएसपी के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक के बाद कांग्रेस नेता इकराम इबोबी सिंह ने पत्रकारों से कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात का समय मांगा है, ताकि इस मसले पर उनसे समाधान संबंधी उपायों पर बात की जा सके। इबोबी सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा की सरकार है। ऐसे में राज्य सरकार आवश्यकतानुसार केंद्रीय बलों की मांग केंद्र सरकार से कर सकती है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती करके मणिपुर की स्थिति को संभालने का प्रयास किया जाना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीप्रकाश/अरविंद/सुनील