शीतल नंदा ने डिंगा-अंब में जनता दरबार की अध्यक्षता की, मुद्दों को सुना और निवारण के लिए दिए निर्देश

कठुआ 23 जनवरी (हि.स.)। समाज कल्याण विभाग की आयुक्त सचिव शीतल नंदा ने ब्लॉक डिंगा अंब की पंचायत मंगलूर में एक विशाल जनता दरबार की अध्यक्षता की और क्षेत्र के लोगों के मुद्दों और मांगों का प्रत्यक्ष मूल्यांकन किया।

इस अवसर पर उपायुक्त कठुआ डॉ. राकेश मिन्हास, एडीडीसी कठुआ अंकुर महाजन, एसडीएम हीरानगर और जिला प्रशासन के अन्य क्षेत्रीय अधिकारी उपस्थित थे। डीडीसी नगरोटा गुज्जरू नारायण दत्त त्रिपाठी और कई प्रतिनिधिमंडल भी मेगा पब्लिक आउटरीच कार्यक्रम का हिस्सा बने। इस दौरान लोगों ने आयुक्त सचिव को अपने विकास संबंधी मुद्दों और मांगों से अवगत कराया और समयबद्ध तरीके से इसके निवारण में उनके हस्तक्षेप की मांग की। वहीं पूर्व बीडीसी चेयरमैन बरनोटी बृजेश्वर सिंह समेत कई प्रतिनिधिमंडलों ने भी जनता दरबार में उपस्थित होकर मांगों का ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडलों ने आउटरीच कार्यक्रम के संचालन पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि इससे लोगों को अपनी शिकायतें व्यक्त करने और प्रशासन को उचित चैनलों के माध्यम से समाधान में तेजी लाने का अवसर मिलता है।

प्रारंभ में आयुक्त सचिव ने सार्वजनिक प्रतिनिधिमंडलों को सुनते हुए लोगों के मुद्दों और शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुना। उन्होंने जनता दरबार के दौरान प्रतिनिधिमंडलों द्वारा रखी गई सभी शिकायतों को समयबद्ध तरीके से सावधानीपूर्वक संबोधित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश जारी किए। शीतल नंदा ने सभी व्यक्तियों और प्रतिनिधिमंडलों को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा पेश किए गए मुद्दों और वास्तविक मांगों का योग्यता के आधार पर समाधान किया जाएगा। आयुक्त सचिव ने संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से स्थानों का दौरा करने और जनता की भलाई के लिए समस्याओं का समाधान खोजने के निर्देश भी दिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि बुनियादी सुविधाएं और सेवाएं आम जनता तक कुशल और समय पर पहुंचाई जाएं। इससे पहले कठुआ के उपायुक्त डॉ. राकेश मिन्हास ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और अध्यक्ष को जिला प्रोफ़ाइल के बारे में जानकारी दी। जनता दरबार के दौरान डीडीसी सदस्य नगरोटा गुज्जरू ने रामकोट क्षेत्र को पीडब्ल्यूडी बिलावर उपमंडल में जोड़ने का मुद्दा उठाया और इसके शीघ्र समाधान की मांग की। इसके अलावा उन्होंने डीडीसी बीडीसी पंचायत भवनों के प्रावधान, बाढ़ संभावित क्षेत्रों के लिए सुरक्षा क्रेट्स, स्लोअर पैनलों को बढ़ावा देने और प्रस्तावित सड़कों के शीघ्र आवंटन आदि जैसे मुद्दों पर भी प्रकाश डाला। पूर्व बीडीसी अध्यक्ष बरनोटी के एक अन्य प्रतिनिधिमंडल ने 10 किलोमीटर की दूरी को जल्द पूरा करने की मांग की। डिंगा अंब-बरनोटी सड़क, नाबार्ड के तहत चड़वाल-मंगलूर सड़क का शीघ्र निर्माण, जुथाना-लाहरी-बोहरा को सड़क संपर्क के माध्यम से जोड़ना, जुठाना पुल को शीघ्र पूरा करने के अलावा आरडीएसएस योजना के तहत जर्जर बिजली के तारों को बदलने का मुद्दा भी उठाया। पंचायत धमाल के एक प्रतिनिधिमंडल ने पेयजल की कमी का मुद्दा उठाया। इसी प्रकार, डिंगा अंब के एक अन्य प्रतिनिधिमंडल ने सुचारू पेयजल आपूर्ति, कौशल विकास केंद्र, पशु अस्पताल और स्वास्थ्य उप केंद्र आदि की मांग की।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान

   

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