पृथ्वी के सबसे करीब होते हुए भी सूरज नहीं दिखा पाया तेवर, कोहरे व ठंड में गायब हुआ तेज

भोपाल, 3 जनवरी (हि.स.)। इन दिनों मध्य प्रदेश में उत्तर भारत के राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पृथ्वी के सबसे करीब होते हुए भी सूरज अपने तीखे तेवर नहीं दिखा पाया। कोहरे कोहरे और ठंड में उसका तेज दिनभर गायब रहा। मध्य प्रदेश के कई शहरों में तो आज सूरज के दर्शन ही नहीं हो पाए।

भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बुधवार को सूरज और पृथ्वी की बदलती दूरी का विज्ञान बताते हुए जानकारी दी कि पृथ्वी, सूर्य की परिक्रमा अंडाकार पथ में करती है। इस कारण यह साल में एक दिन सूर्य के सबसे पास आती है और एक दिन सबसे दूर।

सारिका ने बताया कि बुधवार, 03 जनवरी को सुबह 6 बजकर 8 मिनट पर पृथ्वी सूर्य के सबसे पास के बिंदु पर थी। यह दूरी घटकर 14 करोड़ 71 लाख 632 किलोमीटर रह गई थी। इस खगोलीय घटना को पेरिहेलियन बिंदु पर आना कहते हैं। पास आने पर भी उत्तरी गोलार्द्ध के स्थानों पर सूर्य की तुलना में झुकाव होने के कारण सूर्य की किरणें इस समय तिरछी पड़ रही हैं, इसलिये ठंडक का अहसास हो रहा है।

उन्होंने बताया कि सूर्य आगामी 5 जुलाई को पृथ्वी से सबसे दूर के बिंदु पर होगा। इस खगोलीय घटना को अपहेलियन बिंदु पर आना कहते हैं। उस समय सूर्य की दूरी 15 करोड़ 20 लाख किलोमीटर से भी अधिक हो जायेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/संजीव

   

सम्बंधित खबर