पुनर्निर्मित बिश्वनाथ ठाकुरबाड़ी मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह आरंभ

- कलशयात्रा में शामिल हुए हजारों श्रद्धालु

बिश्वनाथ (असम), 18 फरवरी (हि.स.)। अयोध्या में 500 वर्षों के बाद राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में जिस प्रकार भक्तों का समावेश एक ऐतिहासिक क्षण था, इसी तरह से बिश्वनाथ जिला के बिश्वनाथ चारिआली में स्थित लगभग 200 वर्ष पुराने पुनर्निर्मित ठाकुरबाड़ी मंदिर में आज से सप्ताहव्यापी प्राण प्रतिष्ठा समारोह आरंभ हुआ।

नये साज-सज्जा आलोकित नवनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का शुभारंभ आज कलश यात्रा के साथ हुआ। कलशयात्रा में सभी समाज के हजारों की संख्या में श्रद्धालु कमलाकांत क्षेत्र (वाकिंग जोन) गुप्तकाशी बिश्वनाथ घाट से जल कलश में भरकर सिर पर रख नंगे पैर नगर के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए मंदिर प्रांगण में पहुंचे।

ज्ञात हो कि नवनिर्मित मन्दिर में श्री राम दरबार, शिव-परिवार, राधा कृष्ण, हनुमान जी एवं माता रानी दरबार में अधिष्ठित ईश्वरीय मूर्तियों के लिए सांकेतिक प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का विधि विधान कलशयात्रा से शुरू हुआ। नवनिर्मित मन्दिर के कलशयात्रा में सभी सनातन धर्म के हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गयी। बिश्वनाथ जिला में पहली बार इस प्रकार कलशयात्रा में सर्वाधिक श्रद्धालु शामिल हुए।

प्राण प्रतिष्ठा आगामी 19 फरवरी को वेदी पूजन, 20 फरवरी को अन्न, वस्त्र, पुष्प, फल आदि अधिवास कार्यक्रम, 21 फरवरी को प्रतिष्ठित भगवान को दिव्य स्नान, नगर परिक्रमा तथा शयन (श्य्याधिवास) कार्यक्रम, 22 फरवरी को प्रातः 5 बजे से 8 बजे अचल (स्थिर) प्राण प्रतिष्ठा समारोह एवं प्रातः 9 बजे से भव्य महाआरती, 23 फरवरी को वेदी पूजन तथा चतुर्थी कर्म समारोह एवं राम विवाह तथा शिव विवाह और माघी पूर्णिमा, 24 फरवरी को पूर्णाहुति के रूप में संपन्न होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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