परमात्मा अपने भक्तों के ह्दय में निवास करते हैं : नंद किशोर पांडेय

-श्री परिवार दिव्य महायज्ञ समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में मनोरंजन सदन में पांच दिवसीय मां पीतांबरा बग्लामुखी देवी महायज्ञ एवं श्री भक्तमाल कथा का चतुर्थ दिन-श्री परिवार दिव्य महायज्ञ समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में मनोरंजन सदन में पांच दिवसीय मां पीतांबरा बग्लामुखी देवी महायज्ञ एवं श्री भक्तमाल कथा का चतुर्थ दिन-श्री परिवार दिव्य महायज्ञ समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में मनोरंजन सदन में पांच दिवसीय मां पीतांबरा बग्लामुखी देवी महायज्ञ एवं श्री भक्तमाल कथा का चतुर्थ दिन-श्री परिवार दिव्य महायज्ञ समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में मनोरंजन सदन में पांच दिवसीय मां पीतांबरा बग्लामुखी देवी महायज्ञ एवं श्री भक्तमाल कथा का चतुर्थ दिन-श्री परिवार दिव्य महायज्ञ समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में मनोरंजन सदन में पांच दिवसीय मां पीतांबरा बग्लामुखी देवी महायज्ञ एवं श्री भक्तमाल कथा का चतुर्थ दिन-श्री परिवार दिव्य महायज्ञ समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में मनोरंजन सदन में पांच दिवसीय मां पीतांबरा बग्लामुखी देवी महायज्ञ एवं श्री भक्तमाल कथा का चतुर्थ दिन

मुरादाबाद, 19 फरवरी (हि.स.)। श्री परिवार दिव्य महायज्ञ समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में मनोरंजन सदन निकट रेलवे स्टेडियम में पांच दिवसीय मां पीतांबरा बग्लामुखी देवी महायज्ञ एवं श्री भक्तमाल कथा के चतुर्थ दिन सोमवार को प्रातः कालीन सत्र में श्री शनि महामृत्युंजय शनि यज्ञ हुआ।

जिसमें मुख्य यजमान अभिषेक सिन्हा, शैलेंद्र गुप्ता, अशोक यादव, अंकित सक्सेना, अमित गुप्ता रहे। अनुष्ठान श्री परिवार पीठाधीश्वर पंडित कृष्णा स्वामी के निर्देशन में आचार्य पंडित कामेश्वर मिश्र ने कराया। व्यवस्था में अभिषेक शर्मा, विनय जौहरी, सुमन सक्सेना, केपी प्रजापति, सुभाष दलेला, पुलकित सक्सेना आदि रहे।

सांध्यकालीन सत्र में श्री धाम मथुरा से पधारे पंडित नंद किशोर पांडेय जी महाराज ने श्री भक्तमाल कथा में कहा कि परमात्मा अपने भक्तों के ह्दय में निवास करते हैं। मगर आवश्यक है हम अपने ह्दय को अत्यंत पवित्र व शुद्ध रखें। मलीन ह्दय प्रभु का स्थान नहीं बन सकता। समूची भक्ति का उद्देश्य भी यही है कि हम अपने अन्त:करण की शुद्धि करें। नित्य का अभ्यास से ही ह्दय की शुद्धि कर सकती है। उन्होंने कहा कि इस मन में द्वेष, ईर्षा कामनाओं, असंतोष, कपट, छल, क्रोध, चतुराई, कठोरता को प्रवेश न होने दें। सदैव दूसरे की बजाय अपने अवगुण दोषों पर ध्यान देते रहना चाहिए।

इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल जौनी, हरिगोपाल शर्मा, अतुल सोती एडवोकेट, चंद्रभान श्रीवास्तव, नरेश सक्सेना, राजीव मल्लू, सुधीर श्रीवास्तव, विकास ममगाईं, विशाल अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, धवल दीक्षित, सुमन सक्सेना, अनीता श्रीवास्तव, अंजू सक्सेना, नीलम अग्रवाल, कल्पना शर्मा, अर्चना अग्रवाल, शीला श्रीवास्तव, सीमा शर्मा, उमा तोमर, अंजना चौहान आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/बृजनंदन

   

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