पेयजल स्रोत से नहर बनाये जाने का ग्रामीणों ने किया विरोध

-ग्रामीण बोले, यदि स्रोत का पानी नहर में चला जायेगा तो ग्रामीणों को होगी पेयजल की किल्लत

गोपेश्वर, 16 मार्च (हि.स.)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के सेलखोला के ग्रामीणों ने गांव के लिए बने पेयजल स्रोत से तल्ली कोठमी गांव के लिए नहर बनाये जाने का विरोध किया है। ग्रामीणों का कहना है इस स्रोत का पानी नहर में जाने के बाद ग्रामीणों को पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ेगा। इस संबंध में ग्रामीणों की ओर से शनिवार को एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी थराली को सौंपा गया है।

सेलखोला के सरपंच नवीन पंत और हेमचन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल उपजिलाधिकारी थराली से मिला। उन्होंने उपजिलाधिकारी को बताया कि देवाल बाजार के साथ ही सेलखोला, बेराधार और कोठमी गांव के लिए कोठमी के पास पानी का स्रोत बनाया गया है, जिससे पांच हजार से अधिक की आबादी के लिए पानी की खपत होती है। वर्तमान समय में सिंचाई विभाग की ओर से इस स्रोत से तल्ला कोठमी गांव के लिए नहर का निर्माण किया जा रहा है। नहर के निर्माण से जहां वर्तमान समय में स्रोत को भी क्षति पहुंची है वहीं स्रोत में नहर निर्माण से निकलने वाले मलबे के जाने से ग्रामीण गंदा पानी पीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि स्रोत से नहर में पानी डालने के बाद सेलखोला, बेराधार, कोठमी गांव को पानी की किल्लत झेलनी पड़ सकती है। लिहाजा वर्तमान स्रोत से नहर के निर्माण पर रोक लगायी जाए ताकि ग्रामीणों को पेयजल किल्लत से बचाया जा सके।

उन्होंने कहा कि शीघ्र ही नहर निर्माण के कार्य पर रोक नहीं लगायी जाती है, तो ग्रामीणों को आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। उप जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी। इस मौके पर व्यापार संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह रावत, रमेश पंत, गुड्डी देवी, कमलेश पंत, भास्कर मिश्रा आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश/ सत्यवान/रामानुज

   

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