डिमापुर-कोहिमा नई रेल परियोजना की सबसे लंबी टनल का निर्माण कार्य शुरू

गुवाहाटी, 18 मार्च (हि.स.)। डिमापुर-कोहिमा नई रेल लाईन परियोजना में एक कदम बढ़ाते हुए इसके टनल संख्या 7 के पोर्टल 1 में निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। यह निर्माण स्थल नगालैंड के डिमापुर जिला के मेड्ज़िफेमा अंचल के सीपामा गांव में स्थित है। डिमापुर-कोहिमा नई रेल लाईन परियोजना की यह सबसे लंबी टनल होगी।

पूर्वोत्तर सीमा रेल (पूसीरे) के सीपीआरओ ने आज बताया है कि इस टनल की लंबाई 6,610 मीटर है। सीपामा गांव के टनल संख्या 7 के पोर्टल 1 तक पहुंचने के लिए पहाड़ियों से होकर 12 किमी लंबी एक पहुंच सड़क का निर्माण किया गया। यह टनल इस परियोजना के फेरिमा और पिफेमा स्टेशनों के बीच स्थित है।

6,663 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर 82.50 किमी लंबी (असम में 2.75 किमी और नगालैंड में 79.75 किमी) डिमापुर-कोहिमा नई रेल लाईन परियोजना का निर्माण असम के धनसिरी से कोहिमा के निकटवर्ती जुब्जा तक किया जा रहा है। इस परियोजना में 08 नए स्टेशन अर्थात् धनसिरी, धनसिरीपार, शोखुवि, मोलवोम, फेरिमा, पिफेमा, मेंगुजुमा और जुब्जा है। इस परियोजना में 27 बड़े पुल, 148 छोटे पुल, 05 रोड ओवर ब्रिज, 15 रोड अंडर ब्रिज और 31 किमी मार्ग में 21 सुरंगें शामिल हैं। अक्टूबर, 2021 में धनसिरी से शोखुवि तक 16.5 किमी का सेक्शन कमीशंड हो चुका है। शोखुवि से मेघालय के मेंथीपथार और अरुणाचल प्रदेश के नाहरलगुन तक यात्री ट्रेन सेवा भी शुरू हो चुकी है।

चल रही इस रेल कनेक्टिविटी परियोजना के पूर्ण होने पर, वर्तमान परिदृश्य की तुलना में काफी कम लागत पर नगालैंड में खाद्यान्न, पेट्रोलियम उत्पाद, ऑटोमोबाइल और विभिन्न बुनियादी संरचना और निर्माण सामग्री जैसी आवश्यक सामग्रियों के परिवहन की सुविधा मिलेगी। इस विकास से स्थानीय आबादी को बड़े पैमाने पर लाभ होगा, क्योंकि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है और स्थानीय आबादी को संचार का एक सस्ता और विश्वसनीय साधन उपलब्ध होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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