व्यवहार प्रदर्शन से व्यक्ति को अच्छा-बुरा मान लेना अनुचित : डा. चौहान

हरिद्वार, 11 अप्रैल (हि.स.)। अच्छे-बुरे गुण की जटिल और सुव्यवस्थित रचना का नाम मनुष्य है। वाह्य गुण एवं व्यवहार प्रदर्शन के आधार पर व्यक्ति को अच्छा अथवा बुरा मान लेना सही नहीं है। व्यक्ति के वास्तविक गुण अथवा व्यवहार को जानने के लिए लीडरशिप एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। लीडरशिप व्यक्ति के आन्तरिक गुणों का दर्पण है।

शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार में बीपीईएस पाठयक्रम के छात्रों के साथ संवाद करते हुये डॉ. शिवकुमार चौहान ने यह बात कही। उन्होंने कहाकि लीडरशिप जीवन के आकर्षण का महत्वपूर्ण पहलु है, जिसके बल पर व्यक्ति का वैकल्पिक विश्लेषण कर व्यवहार के छिपे पक्ष को जानने में मदद मिलती है। लीडर की विशेषताएं एवं उपलब्धियां बेहतर लीडरशिप की प्राथमिक जरूरत है।

लीडर का अनुभव समस्या समाधान में अहम रोल निभाता है। शिक्षा क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले छात्रों को लीडरशिप के माध्यम से स्व आकलन एवं साक्षात्कार को प्रभावी बनाने में मदद मिलती है। बीपीईएस छात्रों ने लीडरशिप के गुणों को जानने के लिए अनेक समसामायिक प्रश्नों के समाधान प्राप्त किये। संवाद कार्यक्रम में बीपीईएस चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/रामानुज

   

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