पचास हजार रूपये की अवैध वसूली में फंसी उड़नदस्ता टीम, आरोपितों पर केस दर्ज

₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस ₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस ₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस ₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस ₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस ₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस ₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस ₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस ₹50,000/- की अवैध वसूली में फंसी उड़न दस्ता टीम, आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन, सिपाही पर केस

मुरादाबाद, 14 अप्रैल (हि.स.)। जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र में उड़नदस्ता टीम (एफएसटी) 50 हजार रूपये की अवैध वसूली करने के आरोप में फंस गई। आरोप है कि कोतवाली में चेकिंग के दौरान एफएसटी ने अमरोहा के ट्रांसपोर्टर से अवैध रूप से 50 हजार रुपये वसूले हैं। पीड़ित ट्रांसपोर्टर की शिकायत पर मामले को गम्भीरता से लेते हुए डीएम मानवेंद्र सिंह एसएसपी हेमराज मीणा ने तत्काल क्षेत्राधिकारी कोतवाली और प्रभारी कोतवाली को मौके पर भेज दिया। एसएचओ कोतवाली ऊषा मलिक की टीम ने मौके पर जांच पड़ताल कर 50 हजार रुपये की नकदी बरामद कर ली। मामले में आरोपित एफएसटी प्रभारी, कैमरा मैन और सिपाही के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

जनपद अमरोहा के अमरोहा देहात थाना क्षेत्र के नन्हेड़ा अत्यारपुर निवासी दीक्षित शर्मा ट्रांसपोर्टर हैं। दीक्षित शर्मा वर्तमान में जिले के थाना मझोला क्षेत्र के बुद्धि विहार सेक्टर चार में रहते हैं और प्रापर्टी डीलिंग का भी काम करते हैं। दीक्षित शर्मा के अनुसार बीते 12 अप्रैल को शाम करीब साढ़े 6 बजे वह बुधबाजार में मोबाइल का कवर लेने गए थे। गाड़ी चालक योगेंद्र शर्मा चला रहे थे। वहां से लौटने के दौरान इंपीरियल तिराहे के पास पहुंचे तभी एफएसटी के प्रभारी मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात नलकूप विभाग के जेई सुरजीत कुमार की टीम ने रोक लिया। मजिस्ट्रेट सुरजीत कुमार, सिपाही दुष्यंत और कैमरामैन सुशील कुमार ने चेकिंग की तो गाड़ी के डैशबोर्ड में रखे दो लाख रुपये बरामद कर लिए। दीक्षित शर्मा के अनुसार उनकी गाड़ी वाणिज्य कर विभाग में पकड़ी गई थी। इसके लिए वह अपने व्यापारी मित्रों से उधार रुपये लेकर जमा करने जा रहे थे। कुछ रुपये उनके खुद के भी हैं, लेकिन टीम ने उनकी एक नहीं सुनी और उच्चाधिकारियों को सूचना देकर कार्रवाई करने की बात कहते हुए दीक्षित शर्मा को डराने-धमकाने लगे।

आरोप है कि बाद में मजिस्ट्रेट सुरजीत कुमार, सिपाही और कैमरामैन ने सौदेबाजी शुरू कर दी और कहा कि 50 हजार रुपये दे दो और जाओ। इसके बाद कैमरामैन सुशील कुमार ने चेकिंग प्वाइंट पर ही गाड़ी को पीछे कराया और गाड़ी में बैठकर 50 हजार रुपये ले लिए। रुपये लेने के बाद ही तीनों ने वहां से जाने दिया। बाद में पीड़ित दीक्षित शर्मा ने कोतवाली में तहरीर दी। एसएचओ कोतवाली ऊषा मलिक ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित मजिस्ट्रेट सुरजीत कुमार, कैमरामैन सुशील कुमार और सदर कोतवाली के सिपाही दुष्यंत कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएगा उसके आधार पर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित/विद्याकांत

   

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