दस्तक अभियान के उद्देश्य एवं महत्व को ग्रामीणों से करें साझा: जिलाधिकारी

मीरजापुर, 15 अप्रैल (हि.स.)। एक अप्रैल से चलाए जा रहे संचारी रोग अभियान व दस्तक अभियान के तहत किए जा रहे कार्याें के प्रगति की जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सोमवार को बिन्दुवार समीक्षा की।

जिलाधिकारी ने कहा कि संचारी रोग अभियान के तहत एडीओ पंचायत प्राथमिकता के आधार पर अपने गांव में सफाई अभियान, झाड़ियों आदि का कटाव, तालाबों व नालियों के आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव सुनिश्चित करा लें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकास खण्डों में डेंगू प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर अन्य हाई रिस्क वाले क्षेत्रों तथा मलिन बस्तियों, प्राथमिक विद्यालयों पंचायत भवनों आदि स्थलों पर फागिंग व अन्य कीटनाशक दवाओं का छिड़काव सुनिश्चित कराएं।

उन्होंने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र के सभी वार्डाें में कम से कम एक-एक फागिंग मशीन होना अनिवार्य है। सभी अधिशासी अधिकारी प्रत्येक वार्डाें के घनी बस्तियों तथा मलेरिया व डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में छिड़काव सुनिश्चित कराएं।

जिलाधिकारी ने कहा कि दस्तक अभियान के तहत सभी एडीओ पंचायत ग्राम पंचायतों तथा वार्डाें में अधिशासी अधिकारी एन्टी लार्वा का छिड़काव कराना भी सुनिश्चित करें। संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए कूलर से पानी बदलने, घरों के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें, आदि के बारे में जानकारी देकर लोगों को जागरूक करें। उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने क्षेत्रों में प्रत्येक दिन दो गावाें में आशा, आगंनबाड़ी और एएनएम के साथ भ्रमण करे तथा दस्तक अभियान व संचारी रोग अभियान के उद्देश्य व महत्व व बचाव के बारे में जानकारी दें।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/मोहित

   

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