यश भारती पुरस्कृत दादा माहेश्वर तिवारी पंचतत्व में विलीन

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- वरिष्ठ नवगीतकार दादा माहेश्वर तिवारी के कनिष्ठ पुत्र समीर तिवारी ने दी मुखाग्नि

मुरादाबाद, 16 अप्रैल (हि.स.)। मुरादाबाद निवासी यश भारती से पुरस्कृत वरिष्ठ नवगीतकार दादा डा. माहेश्वर तिवारी बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। दादा के कनिष्ठ पुत्र समीर तिवारी ने रामगंगा विहार मुक्ति स्थल पर उनको मुखाग्नि दी। इस दौरान काफी संख्या में साहित्यकार, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, शिक्षाविद्, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

कांठ रोड पर गौर ग्रेसियस में रहे रहे 86 वर्षीय वरिष्ठ नवगीतकार दादा माहेश्वर तिवारी का मंगलवार को निधन हो गया था।

साहित्यिक संस्था अक्षरा के संस्थापक योगेंद्र वर्मा व्योम ने बताया कि दादा पिछले कई दिनों से वह अस्वस्थ चल रहे थे। मंगलवार दोपहर में उन्होंने गौर ग्रेसियस स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर मुरादाबाद व देशभर के साहित्यकारों ने दुख जताया है। उन्होंने आगे बताया कि दादा माहेश्वर तिवारी का गीत ''''एक तुम्हारा होना क्या से क्या कर देता हैं...'''' नवगीत का हस्ताक्षर बन गया था।

रामगंगा विहार स्थित मुक्ति स्थल पर नगर विधायक रितेश गुप्ता, एमएलसी डॉ जयपाल सिंह व्यस्त, पूर्व विधायक राजीव चन्ना, नवगीतकार योगेंद्र वर्मा, युवा गीतकार मयंक शर्मा, कृष्ण कुमार नाज, मनोज रस्तोगी, जिया जमीर, काव्य सौरभ जैमिनी, राजीव प्रखर, विवेक निर्मल आदि साहित्यकार ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल /बृजनंदन

   

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