अशोकनगर: आईसीयू वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए अपने घरों से पंखा लेकर आ रहे परिजन

अशोकनगर, 09 अप्रैल (हि.स.)। जिला अस्पताल के प्रबंधन के लिए जहां लाखों का बजट आता है वहीं जिला अस्पताल में यहां उपचार कराने आ रहे मरीजों के लिए उनके परिजन को गर्मी से राहत पाने के लिए स्वयं अपने-अपने घरों से पंखा लेकर आना पड़ रहा है। यह वाकिया है जिला मुख्यालय स्थित जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड का।

मंगलवार को जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में इस तरह का नजारा दिखाई दिया। जहां आईसीयू वार्ड में एसी बंद होने के कारण भर्ती मरीजों के पलंगों के पास चलते हुए टेबिल फैन नजर आए तो मरीजों और उनके परिजनों का कहना था कि वार्ड में लगे एसी बंद होने के कारण गर्मी से राहत पाने के लिए उनके द्वारा अपने-अपने घरों से पंखा लेकर आना पड़ रहा है।

एक मरीज के परिजन किरण जैन का कहना था कि उनके परिवार में डिलेवरी हुई है, मरीज आईसीयू वार्ड में भर्ती है, आईसीयू वार्ड में ऐसी बंद होने के कारण वे अपने घर से स्वयं पंखा लेकर आईं हैं। उनका अलावा ग्रामीण क्षेत्र से आए और अन्य मरीजों के परिजनों का भी कहना था कि वे भी अपने-अपने घरों से उनके मरीजों के लिए पंखा लेकर आए हैं।

इस संबंध में अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.सनूप सिंह छारी का कहना था कि इंजीनियरों को बुलाकर ऐसी चालू करा दिए गए हैं। उनका यह भी कहना था कि अगर कोई मरीज का परिजन पंखा लेकर आ रहा है तो इसमें में क्या कर सकता हूं।

वहीं आईसीयू वार्ड में पंखों की अव्यवस्था के बावजूद बेडों पर चादर आदि न होने के कारण मरीजों के परिजनों को यह भी अपने-अपने घरों से लाने होते हैं।

जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में इस तरह की अव्यवस्थाओं के चलते आईसीयू वार्ड में अनाधिकृत लोग की भीड़भाड़ आदि अव्यवस्थायें भी दिखाई देतीं हैं, जिससे मरीजों को राहत मिलने की बजाय परेशानी भुगतना होती है।

यहां जिला अस्पताल के प्रबंधन के लिए लाखों का बजट आने के बावजूद आईसीयू जैसे वार्ड में अगर इस तरह से कुप्रबंधन के हालात हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिर सामान्य वार्डों के किस तरह से हालात होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ देवेन्द्र ताम्रकार

   

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