अशोकनगर: बाल-विवाह रोकने रणनीति बनाई, मंदिर-मस्जिद से करेंगे प्रचार

अशोकनगर, 09 अप्रैल (हि.स.)। महिला एवं बाल विकास विभाग और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन अशोकनगर द्वारा अक्षय तृतीया पर शादी विवाह के मुहूर्त को देखते हुए विदिशा सोशल वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन की टीम ने जिले में बाल विवाह रोकने की रणनीति बनाई। मंगलवार को महिला एवं बाल विकास में हुई बैठक के दौरान अक्षय तृतीया पर जिले में एक भी बाल विवाह नहीं होने देने को लेकर रणनीति बनाई। और इसके लिए निगरानी दल गठित किया गया ।

महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रसेना भिड़े ने बताया कि जिले में बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम को अधिक प्रभावी रूप से क्रियांवयन किए जाने हेतु कलेक्टर सुभाष कुमार दुवेदी ने अनुभाग स्तर पर बाल विवाह रोकथाम समिति का गठन किया है, जिसमें अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को अध्यक्ष और एसडीओपी (पुलिस), मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, परियोजना अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, थाना प्रभारी को सदस्य बनाया है। इसके परिपालन में विभाग अपनी रणनीति तय करें। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन जिला समन्वयक विपिन रघुवंशी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और कम्युनिटी सोशल वर्कर संभावित बाल विवाह की दृष्टि से संवेदनशील परिवारों की पहचान करेंगे। साथ ही धार्मिक स्थलों के सामने बाल विवाह के खिलाफ जागरुकता का संदेश देने पोस्टर लगाएंगे। इसमें लिखा होगा कि इस मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च, और अन्य स्थानों पर बाल विवाह नहीं कराए जाते हैं। साथ ही गांवों में बाल विवाह रोकने पंचायत स्तर पर प्रयास करें।

हिन्दुस्थान समाचार/ देवेन्द्र ताम्रकार

   

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